जमुई(मो. अंजुम आलम): स्वास्थ्य विभाग के राज्यस्तरीय पदाधिकारी जितेंद्र कुमार लाल शुक्रवार को सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक एवं नव उद्घाटित एआरटी केंद्र का जायजा लिया। साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को कई आवश्यक दिशा- निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने बताया कि राज्य रक्तदान परिषद द्वारा ब्लड बैंक के बेहतर संचालन की हरी झंडी मिल गई है। अब केंद्र सरकार का आदेश आना बाकी है। इसके साथ आवश्यक दस्तावेज में जिला ड्रग इंस्पेक्टर का हस्ताक्षर होना है, ताकि इसे और बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि ब्लड बैंक और एआरटी केंद्र आम लोगों के स्वास्थ्य सुविधा से जुड़ा है। इसमें जवाबदेह पदाधिकारी या कर्मी कोताही ना बरतें। शिकायत के बाद सही पाए जाने पर कठोर कार्रवाई किया जाएगा। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. विजयेंद्र सत्यार्थी, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा. सैयद नौशाद अहमद से अब तक हुए प्रगति की जानकारी लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि अगर यहां के पदाधिकारी अपने कार्य को बेहतर तरीके से करेंगे तो आगामी एक वर्ष में यह मॉडल केंद्र बन जाएगा। इसे बेहतर बनाने को लेकर राज्य स्तरीय टीम अपनी पूरी कोशिश में लगी है। कई बार पदाधिकारियों के द्वारा जायजा लेकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया गया है। बावजूद अखबार के माध्यम से लोगों की शिकायत आना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है।
अबतक नहीं हटा नव उद्घाटित एआरटी केंद्र का बैनर-
पदाधिकारी जब सदर अस्पताल के ब्लड बैंक सहित नव उद्घाटित एआरटी केंद्र का जायजा ले रहे थे। इस दौरान पत्रकारों ने अपने कैमरे में उन सबों की एक तस्वीर भी कैद कर लिया। जिसमें बीते मंगलवार को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के द्वारा पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नव उद्घाटित एआरटी केंद्र के बैनर के साथ सभी अधिकारी मौजूद दिखे, जो लोगों के मन में एक शंका पैदा कर रहा है कि उद्घाटन के तीन दिन बाद भी स्थानीय अधिकारी इस बैनर को नहीं हटा पाए, जो इनके बेहतर कार्य कुशलता की सच्चाई बताता है। हालांकि पदाधिकारी ने बताया कि बैनर को हटाने का निर्देश दे दिया गया है। मौके पर जिला एड्स पर्यवेक्षक अखौरी मनीत कुमार, केंद्र प्रभारी डा. सदाब सुल्तान, केयर इंडिया के संजय कुमार सिंह, एएनएम आरती कुमारी, नवोदित मृणाल, केंद्र काउंसलर, टेक्नीशियन सहित कई स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।