चाईबासा(न्यूज़ क्राइम 24): बंदगांव थाना क्षेत्र के खांडा गांव स्थित जंगल-पहाड़ी क्षेत्र में पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ शुक्रवार की शाम सर्च अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने नक्सली संगठन PLFI सदस्यों को घेरने का प्रयास किया तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। पुलिस की दिनेश गोप व जीदन गुड़िया दस्ते के नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। इस दौरान नक्सली भाग निकले। इसके बाद पुलिस ने मौके से 9 हथियार, जिंदा कारतूस, वॉकी-टॉकी, मोबाइल और अन्य सामान बरामद किया.
सुरक्षाबलों की ओर से शनिवार को बताया गया कि नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी गई। इसके बाद भी नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की। फायरिंग बंद होने के बाद सर्च अभियान के दौरान 1 SLR, 7.62 MM LMG, 1 .315 राइफल, 6 कंट्री मेड 9 MM पिस्टल, 1 दोनाली बंदूक, 13 मैगजीन, 169 जिंदा कारतूस, 1 वॉकी टॉकी बरामद किया गया है.
मनमारू पहाड़ी नक्सलियों का सेफ जोन–
मनमारू पहाड़ी नक्सलियों का सेफ जोन माना जाता है। यह पहाड़ी गुदड़ी प्रखंड और खूंटी जिला के सीमा पर स्थित है। बंदगांव थाने से लगभग 32 किलोमीटर दूरी होने के कारण नक्सलियों के लिए काफी सुरक्षित माना जाता है। पिछले साल भी इस पहाड़ी पर नक्सली और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी.
उग्रवादी दिनेश गोप को पकड़ना तो दूर पुलिस के पास उसकी तस्वीर तक नहीं–
रंगदारी के लिए कुख्यात पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के मुखिया दिनेश गोप को पुलिस और NIA 16 साल में भी उसे नहीं ढूंढ़ पाई है। फोटो तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।