पूर्णिया, (न्यूज़ क्राइम 24) मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना द्वारा जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा उपस्थित मरीजों को बहुत जल्द चिकित्सिकीय जांच और उपचार सुविधा आसानी से उपलब्ध कराई जा रही है। प्रखंड और पंचायत स्तर पर आयोजित स्वास्थ्य संस्थाओं द्वारा मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना (एमडीएचवाई) के तहत उपस्थित मरीजों को उपलब्ध कराई जा रहे चिकित्सिकीय सहायता की समीक्षा सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया की अध्यक्षता में जीएमसीएच, पूर्णिया के पारा मेडिकल केंद्र में आयोजित किया गया।
समीक्षा बैठक के दौरान सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना (एमडीएचवाई) अंतर्गत भव्या डिजिटल प्लेटफार्म के द्वारा सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में लागू किए गए हेल्थ इन्फॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम (एचआईएमएस) और सामुदायिक स्थलों में एएनएम द्वारा संचालित एचएससी एप्प और आशा कर्मियों द्वारा संचालित एम-आशा एप्प के विधिवत संचालन और इससे स्थायी लोगों को मिल रहे स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ की जानकारी ली गई।
समीक्षा बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया द्वारा भव्या डिजिटल प्लेटफार्म के बेहतर संचालन और राज्य स्तर से निर्धारित सूचकांक में पूर्णिया जिला की रैंकिंग से संबंधित जानकारी ली गई। बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया द्वारा सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों को अपने स्वास्थ्य संस्थाओं द्वारा मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के माध्यम से उपस्थित लोगों को आसानी से चिकित्सिकीय सहायता उपलब्ध कराते हुए राज्य स्तर पर पूर्णिया जिला की उपलब्धि शत प्रतिशत प्राप्त करने और प्रतिदिन इन सूचकांकों में संस्थान की स्थिति का आंकलन करते हुए उपस्थित लोगों को स्वास्थ्य लाभ उपलब्ध कराने का आवश्यक निर्देश दिया गया।
समीक्षा बैठक के दौरान जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी (डीएम&ई) आलोक कुमार द्वारा सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को राज्य स्तर से निर्धारित सूचकांकों में जिला की स्थिति एवं प्रखंड स्वास्थ्य संस्थाओं की उपलब्धि की जानकारी से सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को अवगत कराया गया। इस दौरान सिविल सर्जन द्वारा जिले के सभी प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सभी स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की भी जानकारी प्राप्त करते हुए उपस्थित लोगों को ज्यादा स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। इस दौरान डीपीएम स्वास्थ्य सोरेंद्र कुमार दास, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, डीएम&ई आलोक कुमार, डीपीसी डॉ सुधांशु शेखर, यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद सहित अन्य जिला एवं प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे।
मार्च महीने में 95.6 प्रतिशत लोगों को मिला ऑनलाइन ओपीडी कॉन्सल्टेसन का लाभ :
समीक्षा बैठक में सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को मार्च महीने के दौरान नजदीकी स्वास्थ्य संस्थाओं में मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के तहत ऑनलाइन ओपीडी कॉन्सल्टेसन में जिला की औसत उपलब्धि 95.6 प्रतिशत होने की जानकारी दी गई। समीक्षा बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया द्वारा सभी प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों को समुदाय स्तर पर संचालित स्वास्थ्य संस्थाओं में मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के तहत शत प्रतिशत मरीजों को डिजिटल हेल्थ योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधा का लाभ आसानी से उपलब्ध कराने के लिए जागरूक करने का निर्देश दिया गया।
मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के तहत शत प्रतिशत से कम चिकित्सिकीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रखंड स्तर पर संचालित स्वास्थ्य संस्थाओं की स्थिति का अवलोकन किया गया। इसमें जलालगढ़, श्रीनगर, बैसा एवं भवानीपुर को अपने चिकित्सकों द्वारा गिरते जा रहे ऑनलाइन कॉन्सल्टेसन का प्रतिदिन अनुश्रवण करते हुए संबंधित प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारियों को इसे शत प्रतिशत करवाने का निर्देश सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया द्वारा दिया गया है। सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना के तहत लोगों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर आसानी से स्वास्थ्य जांच और उपचार सुविधा का लाभ उपलब्ध कराया जाता है।
लोगों द्वारा नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में डिजिटल हेल्थ योजना सुविधा का लाभ उठाते हुए समय पर चिकित्सिकीय जांच और उपचार सुविधा का लाभ उठाया जाता है। डिजिटल हेल्थ योजना के तहत स्वास्थ्य संस्थाओं के ओपीडी सुविधा का लाभ उठाने से लोगों को अस्पताल में कम समय के अंतराल पर आवश्यक जांच और उपचार सुविधा का लाभ उपलब्ध होता है और लोग संबंधित स्वास्थ्य सुविधाओं का आसानी से लाभ उठा रहे हैं। ओपीडी कॉन्सल्टेसन के बाद सभी मरीजों द्वारा शत प्रतिशत उपचार सुविधा का लाभ उठाने के लिए जागरूक करने का सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया द्वारा संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिया गया है। ओपीडी जांच के बाद 96.9 प्रतिशत लोगों द्वारा ही ऑनलाइन उपचार सुविधा का लाभ ऑनलाइन माध्यम द्वारा उठाया गया है। संबंधित संस्थानों के नर्सिंग डेस्क पर प्रतिनियुक्त स्टाफ नर्स एवं एएनएम को शत प्रतिशत मरीजों का वायटल लेने हेतु निर्देशित करने एवं इसका प्रतिदिन अनुश्रवण करने का निर्देश दिया गया है।
ऑनलाइन स्केन के बाद 30 मिनट में चिकित्सकों द्वारा मरीजों को उपलब्ध कराई जाती है जांच और उपचार :
भव्या डिजिटल प्लेटफॉर्म द्वारा ऑनलाइन स्कैन के बाद संबंधित मरीज को औसतन 30 मिनट के अंदर ओपीडी में चिकित्सकों द्वारा जांच के बाद आवश्यक उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। भव्या डिजिटल प्लेटफार्म द्वारा जांच और उपचार कराने में संबंधित मरीजों को औसतन 30 मिनट लगता है। सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया द्वारा स्वास्थ्य अधिकारियों को मरीजों द्वारा डिजिटल प्लेटफार्म के द्वारा जांच और उपचार उपलब्ध कराने में कम समय उपयुक्त कराते हुए संबंधित मरीजों को चिकित्सिकीय सहायता उपलब्ध कराने का आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है जिससे कि लोगों द्वारा नजदीकी अस्पताल में आसानी से जल्द जांच और उपचार सुविधा का लाभ उठाया जा सके। भव्या डिजिटल प्लेटफार्म में ज्यादा समय लगाने वाले स्वास्थ्य संस्थाओं में शामिल जलालगढ़ और अमौर के पंजीकरण काउंटर, नर्सिंग डेस्क और चिकित्सक ड्यूटी कक्ष के बीच आपसी समन्यवय स्थापित करते हुए मरीजों को तत्काल चिकित्सिकीय सहायता का लाभ उपलब्ध कराने का आवश्यक निर्देश दिया गया है।