बिहार

कूड़ा डंपिंग यार्ड में कचरा के ढेर में लगी आग से निकल रहे विषैले धुआ से लोग हो रहे बीमार

फुलवारी शरीफ, अजीत। राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ प्रखंड परिषर स्थित कूड़ा डंपिंग यार्ड में कचरा के ढेर में लगी आग से निकल रहा विषैला जहरीले धुंआ से आसपास की बड़ी आबादी बीमार हो रही है. प्रखंड परिषर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं फुलवारी शरीफ पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी का कार्यालय के ठीक सामने बनाए गए कूड़ा कचरा डंपिंग यार्ड को हटाने के लिए कई बार जिलाधिकारी और अन्य संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पदाधिकारी को पत्र लिखकर स्थानीय लोगों ने गुहार लगाई है लेकिन इसे यहां से अन्यत्र शिफ्ट करने का काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया है.

कूड़ा कचरा डंपिंग यार्ड के सामने ही सूर्य मंदिर और कई अन्य मंदिर है जहां दूर दराज से रोजाना कई परिवार शादी ब्याह रचाने एवं पूजा पाठ मुंडन आदि करने पहुंचते हैं. इस इलाके मे रहने वाले लोगों को सांस लेने में परेशानियां हो रही है. कूड़ा कचरा के ढेर से निकल रहा बदबू से लोग परेशान हो ही रहे थे अब वही कचरे में आग लग जाने के बाद इलाके में जहरीला विषैला धुआं फैल रहा है जो लोगों को बीमार कर रहा है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज करने आने वाले सैकड़ो लोगों को पूरा कचरा के बदबू से होकर गुजरना पड़ता है. यहां आने जाने वाले लोग और इस इलाके से गुजरने वाले लोगों को नाक पर रूमाल रखकर गुजरने की मजबूरी है.फुलवारी शरीफ, प्रखंड कार्यालय के कैंपस में बड़ी मात्रा में रोजाना कचड़े का जमाव किया जा रहा है

कचड़े में कई दिनों से आग लगा हुआ है जिससे निकलने वाला विषैला धुंआ आसपास के इलाकों को प्रदूषित कर रहा है.इस प्रदूषण से इससे सटे प्रखंड कार्यालय, प्राथमिक हॉस्पिटल, सामुदायिक हॉस्पिटल, आदर्श कॉलोनी, उत्तरी संगत , दक्षिणी संगत, पेठिया बाजार, राष्ट्रीय गंज, बिरला कॉलोनी का वातावरण प्रदूषित हो रहा है. प्राचीन शिव मंदिर कैम्पस में रोजाना हजारों लोगों की भीड़ (शादी, पूजा पाठ , टहलने के लिए)जुटती है.वो भी इससे प्रभावित हो रही है.इस कचड़ा जमाव के स्थल को जल्द ही कही ओर शिफ्ट किये जाने की मांग स्थानीय समाज सेवी लोग कर रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. प्रखंड और अंचल में रोजाना अपने-अपने काम से आने वाले लोग भी इस धुंआ और कूड़ा कचरा के बदबू से खासे परेशान है.

इस कचरा डंपिंग यार्ड को यहां से दूसरी जगह ले जाने की मांग ईसी परिसर में स्थित रजिस्ट्री कार्यालय से भी की जा चुकी है. इसी कैंपस में ईवीएम-वीवीपैट वेयरहाउस केंद्र भी है जहां हर महीने डीएम और एसपी निरीक्षण करने पहुंचते हैं. जिलाधिकारी से पूर्व में यहां के रजिस्ट्री कार्यालय के के रजिस्ट्रार ने इस कचरा डंपिंग यार्ड को यहां से हटाने की मांग की थी जिस पर जिलाधिकारी ने कहा था कि जल्द ही ईसे दूसरे जगह शिफ्ट कर दिया जाएगा. जिलाधिकारी महोदय का तबादला हो गया लेकिन कि कूड़ा डंपिंग यार्ड को यहां से नहीं हटाया गया.बता दें की स्थानीय आदर्श नगर बिड़ला कॉलोनी राष्ट्रीय गंज संगत पर मोहल्ला के लोग कचरा के ढेर से निकल रहे जहरीले धुंआ से सबसे ज्यादा पीड़ित है.

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स्थानीय निवासियों का कहना है कि कूड़ा कचरा से निकल रहा बदबू और जहरीला धुआं से स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अपने घर में पढ़ाई करने में काफी परेशानी आ रही है महिलाओं बच्चों बुजुर्गों को भी यहां जीना मुहाल हो गया है.लोगों को सांस लेने में तकलीफ, दमा, खांसी, आंखों में जलन जैसी शिकायत हो रही हैं.सुलगते डंपिंग ग्राउंड से कुछ दूरी पर सरकारी व निजी स्कूल भी हैं.हवा चलने के दौरान धुआं स्कूलों के कमरों तक भी पहुंचता है. यहां भी बच्चों को सांस लेने की समस्या होती है, लेकिन दूसरा कोई विकल्प नहीं होने के कारण मजबूरन बच्चों को इस खतरे को झेलना पड़ रहा है.वहीं धुएं के कारण पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है.

फुलवारी शरीफ प्रखंड परिसर स्थित तालाब को भरकर कूड़ा कचरा डंपिंग यार्ड बना दिया गया है. पहले यहां झाड़ियां और तालाब हुआ करता था. फिर कुछ महीनो तक यहां एक निजी स्तर पर काराटे सीखाने का काम भी किया जाता था.एक तरफ सरकार तालाब जलाशय को जीर्णोद्धार करने एवं पर्यावरण संरक्षण की बात करती है वही कूड़ा कचरा डंपिंग यार्ड बना दिया गया है. यहाँ फेंके जा रहे कचरे में आग लग जाने से इससे उठ रहे धुएं से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. हवा तेज चलने पर आधा शहर कचरे के जहरीले धुएं के गिरफ्त में आ रहा है.

यह परेशानी लोगों के साथ साथ वाहन चालकों के साथ भी है. सुलगते कचरे का धुआं लोगों को बीमारियों के मुंह में धकेल रहा है. इससे सटे हारून नगर सेक्टर 1 के लोग भी काफी परेशान है.धुआं सड़कों के साथ ही घरों तक पहुंच रहा है, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानियां हो रही है.नगर परिषद को सालों बाद भी कचरा अपशिष्ट प्रबंधन के लिए शहर से दूर जगह नहीं मिल पाई है.रोजाना घरों और बाजारों से निकल रहे कई टन कचरे को यहां पर डाला जा रहा है. दिन में नप के कर्मचारी टैंकरों से पानी डालकर आग बुझाते हैं और नया कचरा फेंकते हैं.लेकिन रात को इसमें फिर से आग सुलग जाती है.मंगलवार सुबह से भी बड़ी मात्रा में कचरा जल रहा था.जानकारों का कहना है कि कचरा जलाना वायु प्रदूषण का मुख्य कारण है. कचरे से उठने वाले धुएं से कार्बनडाइ आक्साइड और कार्बन मोनो आक्साइड जैसी जहरीली गैसों का उत्सर्जन होता है, जो सांस के जरिए शरीर में प्रवेश करते हुए फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है।

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