पटना(अजित यादव): राजधानी पटना में कोरोना के 3 सालों बाद इस बार होली का उमंग और हुड़दंग अपने चरम पर रहा. करोड़ी चक खगौल दानापुर फुलवारीशरीफ पटना सिटी मसौड़ी मोकामा बाढ़ समेत तमाम इलाकों में लोगों ने लोग पारंपरिक होली के गीतों पर भांग के शरबत पर झूमते गाते उद्धम मचाते हुए उल्लास के साथ होली मनाया. फागुन की मस्ती और अपने पुराने यार दोस्तों के साथ जो अपनी अपनी ड्यूटी पर अलग-अलग इलाकों में काम करते हैं
इस बार होली की मस्ती पर अपने गांव जवाहर के दोस्तों के साथ झूमते गाते होली के त्यौहार हर्षोल्लास मनाया.रंगोंका त्यौहार, बसंत उत्सव और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होली का पर्व शहर में उत्साह के साथ मनाया। लोगों ने भाईचारे के साथ एक,दूसरे को रंग, अबीर और गुलाल लगाए।लोगों ने होली की शुभकामनाओं के साथ एक, दूसरे को मिठाई खिलाई।
कई स्थानों पर बच्चों की टोलियों ने भी होली जलाई। शुक्रवार को सुबह से ही शहर में धूलंडी की धूम रही। लोगों ने एक दूसरे को गुलाल-अबीर लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। संगठनों और समाजों की ओर से भी होली उत्सव मनाया। लोगों ने एक-दूसरे के घर जाकर होली की शुभकामनाएं दी। होली संदेश के चलते कस्बे के अधिकांश लोग सुबह से ही हाथों में गुलाल लेकर एक दूसरे के गुलाल से तिलक लगातें नजर आए।
वही दूसरी और होली पर्व का उत्साह खासकर युवा वर्ग में देखने को मिला जो कि सुबह से ही टोलियां बनाकर हर गली मोहल्लो में एक दूसरे के तिलक लगाकर होली खेलते नजर आए एवं कस्बे में कई जगह होली के गीतों की रंगीन धुनों पर होली की मस्ती में सरोबार लोग नृत्य करते दिखे। वही महिलाओं में भी होली के प्रति जोरदार उत्साह देखने को मिला वही यह महिलाएं भी टोलियां बनाकर होली के मंगल गीत गाती हुई होली की रंगत में रंगी नजर आई।