पटना , अजित : एक तरफ गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं. केंद्र और बिहार सरकार मिलकर गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए अभियान चला रही है. वह दूसरी तरफ बिहार में शराबबंदी के बावजूद राजधानी पटना सहित पूरे राज्य में देसी शराब पुलिस प्रशासन के नाक के नीचे मिली भगत से बनाया और बेचा जा रहा है. पर्व त्यौहार को शांतिपूर्ण सौहार्द के साथ मनाने को लेकर बिहार के उत्पाद विभाग ने अभियान चलाकर देसी और विदेशी शराब को नष्ट करने का काम कर रही है. उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने पटना के फतुहा थाना इलाके में गंगा नदी के किनारे बन रहा देसी शराब कारोबार के अड्डे पर छापेमारी कर भारी मात्रा में शराब को विनष्ट किया.
अर्ध निर्मित शराब को उत्पाद विभाग के अधिकारियों के द्वारा नियम को ताक पर रखकर महुआ देशी शराब को गंगा नदी में बहाया जा रहा है. एक तरफ सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त करने एवं हाल के दिनों में आने वाले महापर्व छठ को लेकर साफ सफाई का अभियान चला रही है. दूसरी तरफ नदी किनारे बना रहे शराब को गंगा में बहाकर गंगा को प्रदूषित किया जा रहा है जिसे लेकर छठ व्रत एवं पर्यावरण विद् सहित राजधानी के बुद्धिजीवी वर्ग में गहरा संतोष का माहौल है. लोगों का कहना है कि जप्त तक शराब को नष्ट करने के लिए प्रशासन को दूसरा तरीका अपनाना चाहिए था.
बता दें की पटना के फतुहा थाना इलाके में गंगा नदी किनारे देसी शराब कारोबार होने की सूचना पर उत्पाद विभाग ने छापेमारी कर भारी मात्रा में देसी शराब को बरामद कर गंगा में बहाकर नष्ट कर दिया. जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को फतुहा थाना के डुमरी में देशी शराब बेचने व बनाने का विडियो वायरल हुआ था वायरल विडियो पर संज्ञान लेते हुये उत्पाद विभाग द्वारा स्पेशल टीम का गठन करते हुये छापेमारी का निदेश दिया गया.टीम का नेतृत्व निरीक्षक मद्य निषेध कुलवंत कुमार द्वारा किया गया.
वायरल विडियों में जिस व्यक्ति के बारे में बताया गया उसके घर की तलाशी ली गई.घर में कोई व्यक्ति उस समय मौजूद नहीं था तथा घर से शराब की वरामदगी नहीं हो सकी. आस-पास के पड़ोसियों से पूछताछ करने पर बताया कि अमरजीत चौधरी शराब का धन्धा गंगा नदी के किनारे करता है.वहीं पर एक बागीचा में छापेमारी किया गया जहाँ से सैंकड़ो लीटर चुलाई शराब जब्त किया गया. ग्रामीणों द्वारा बताये गये स्थल जहाँ शराब का निर्माण किया जाता है.डुमरी अदलापुर वहाँ जाकर छापेमारी की गई वहाँ शराब बनाया जा रहा था. करीब 1000 के जी जावा महुआ (अर्द्धनिर्मित चुलाई शराब) स्थल पर ही नदी में बहाकार नष्ट कर दिया गया.अधिकारियो ने बताया की शराब कारोबारी अमरजीत चौधरी पर नामजद प्राथमिकी की जा रही है.