अररिया, रंजीत ठाकुर बिहार राज्य को पोलियो मुक्त हुए 15 साल पूरे हो चुके हैं। लेकिन अफगानिस्तान व पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों में अभी भी पोलियो का संक्रमण जारी है. लिहाजा राज्य में भी दोबारा संक्रमण के प्रसार का खतरा बरकरार है. दीपावली व छठ महापर्व के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में बाहर में रहने वाले परिवारों का आगमन होता है. इससे यहां पोलियो संक्रमण के प्रसार का खतरा काफी बढ़ जाता है. लिहाजा इस महत्वपूर्ण मौके पर राज्य को पोलियो मुक्त बनाये रखने के लिये इंडियन एक्सपर्ट एडवाइजरी ग्रुप आईईएजी की अनुशंसा पर दीपावली व छठ महापर्व के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में बाहर से आने वाले 0 से 5 साल तक के सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के उद्देश्य से विशेष अभियान संचालित किया जाने का निर्णय लिया गया है.
ट्रांजिट प्वाइंट पर टीकाकर्मी रहेंगे प्रतिनियुक्त
जिला स्वास्थ्य विभाग दीपावली व छठ महापर्व के मौके पर संचालित इस विशेष पोलियो टीकाकरण अभियान की सफलता के प्रयास में जुट गया है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने बताया कि अभियान की सफलता के लिये वैसे महत्वपूर्ण स्थलों को चिह्नित कर जिन से होकर बच्चे जिले के प्रखंड, गांव, में प्रवेश करेंगे को चिह्नित किया गया है. चिह्नित स्थलों पर आगामी 30 से 08 नवंबर तक विशेष ट्रांजिट दल की प्रतिनियुक्ति करते हुए बाहर से आने वाले बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जायेगी. इसी प्रकार छठ महापर्व के दौरान जिले के महत्वपूर्ण घाटों पर 07 व 08 नवंबर को विशेष टीकाकरण दल गठित करते हुए बच्चों को दवा पिलाई जायेगी.
अभी नहीं टला खतरा, सतर्कता जरूरी
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि दीपावली व छठ महापर्व के दौरान बड़ी संख्या में वैसे परिवार अपने गृह जिला लौटते हैं. जो स्थाई तौर पर यहां निवास नहीं करते. इससे पोलियो संक्रमण के फिर से प्रसार का खतरा रहता है. संक्रमण के खतरों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से दीपावली व छठ महापर्व के दौरान के विशेष अभियान संचालित करते हुए लिये विशेष अभियान संचालित कर ऐसे बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का निर्णय लिया गया है। इसे लेकर सभी जरूरी तैयारियां की गई है. उन्होंने ने कहा कि पोलियो का खतरा अभी पूरी तरह से नहीं टला है. लिहाजा इसे लेकर जरूरी सावधानी जरूरी है।