पटना, (न्यूज़ क्राइम 24) स्वास्थ्य विभाग एईएस और गर्मी के मद्देनजर रेफरल ट्रांसपोर्ट की सुविधा को बेहतर करने में जुटी है। इसी क्रम में राज्य में कार्यरत निशुल्क 102 एम्बुलेंस सेवा के अंतर्गत चलने वाली एसी की सुविधा वाली सभी एम्बुलेंस में एसी की अविलंब मरम्मति तथा आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। ताकि एम्बुलेंस से परिवहन करने वाले मरीजों को किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े। मालूम हो कि एईएस व लू से प्रभावित मरीजों को अस्पताल लाने एवं प्राथमिक उपचार कर उनकी जीवन रक्षा करने में एम्बुलेंस का महत्वपूर्ण योगदान है।
राज्य में दो तरह की 102 एम्बुलेंस सुविधा उपलब्ध राज्य में दो तरह के 102 एम्बुलेंस कार्यरत हैं। इनमें 777 बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस तथा 562 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस का संचालन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जल्द ही 440 बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस 102 में शामिल हो रहे हैं। एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस के द्वारा राज्य के गंभीर मरीजों को उच्चतर स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज के लिए रेफरल सुविधा उपलब्ध कराई जाती है| राज्य के सभी 38 जिलों में 102 एडवांस लाइफ सपोर्टेड एम्बुलेंस की सुविधा प्रदान की जा रही है।
11 लाख से ज्यादा लोगों ने लिया लाभ राज्य के सभी मरीजों को 102 एम्बुलेंस सेवा निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। वित्तीय वर्ष 2024—25 में अप्रैल, 2024 से जनवरी 2025 तक एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस के द्वारा 4 लाख 26 हजार 778 तथा बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस के द्वारा कुल 7 लाख से ज्यादा मरीजों को 102 एम्बुलेंस की सेवा उपलब्ध कराई गई है। कुल 11 लाख से ज्यादा लोगों ने राज्य में 102 एम्बुलेंस का लाभ लिया है। वित्तीय वर्ष 2024—25 में जनवरी 2025 तक लगभग 9 लाख गर्भवती महिलाओं को 102 एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।