पंचायत सरकार भवन अचरा 10 बर्षो में नहीं हुआ चालू

अररिया, रंजीत ठाकुर  नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के अचरा में करोड़ों रुपये की लागत से बने पंचायत सरकार भवन कचरा भवन बन गया है। 2014 में भवन का निर्माण कार्य शुरू किया गया था,जो 2015-16 में बन कर तैयार हो गया था। सरकारी कर्मी के उदासीन रवैये के कारण यूं पड़ा रहा। जिससे भवन जर्जर स्थिति में हो गया था। 2022-23 में प्रमुखता से ख़बर प्रकाशित किया गया था और आनन फानन में बर्ष 2023 अक्टूबर में मरम्मत के नाम पर पंचायत सचिव के द्वारा सष्टम वित्त आयोग से योजना बनाकर 13 लाख की लागत के प्राक्कलन बनाकर स्वीकृति मिलने के पश्चात कार्य प्रारंभ किया। जिसमें पंचायत सचिव के द्वारा अब तक अधूरा निर्माण कार्य कराया गया है। जिससे पंचायत सरकार भवन में ताला लटका लगा हुआ रहता है।

स्थानीय लोगों के अनुसार सरकार भवन को क्रियाशील रखने के लिए संबंधित पंचायत सचिव द्वारा कोई रुचि लेता नहीं देखा गया है। बीपीआरओ, नरपतगंज कृष्ण नारायण ने
बताया कि संबंधित पंचायत सचिव को पूर्व में उक्त भवन को क्रियाशील रखने के लिए निर्देशित किया जा चुका है। इसके बावजूद पंचायत सचिव द्वारा भवन को क्रियाशील अवस्था में नहीं रखना संबंधित पंचायत सचिव की लापरवाही को दर्शाता है। जांच कर स्पष्टीकरण पूछते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी।

पंचायत सचिव अचरा ,रविन्द्र कुमार रमण ने बताया कि पंचायत में 2023 में हम प्रभार लिए है। अक्टूबर 2023 में भवन का मरम्मत कार्य करवाया गया है जो अधूरा है। कार्य पूर्ण होने के बाद एक माह के अंदर सरकार भवन चालू करा दिया जायेगा। उन्होंने कहा अभी तक किये गए कार्य का योजना से राशि का निकासी नहीं हो पाया है। जिससे भवन को अधूरा मरम्मत करके छोड़ दिया गया है। राशि उपलब्ध होने पर कार्य पूर्ण कर दिया जाएगा।

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बतातें चलें कि चहारदीवारी नहीं रहने पर भवन के चारों तरफ घास व जंगल हो गया है।मानों कचरा भवन है। इस भवन में पंचायत के मुखिया,सरपंच,कचहरी सचिव, आरटीपीएस कर्मी,पंचायत सचिव,राजस्व कर्मचारी,आवास सहायक,विकास मित्र, पीआरएस,किसान सलाहकार, राजस्व कर्मचारी समेत पंचायत स्तरीय सभी कर्मी को बैठना था। मगर इस भवन के निर्माण होने के कई वर्ष बीत जाने के बाद भी इसमें कोई कर्मी,जनप्रतिनिधि नहीं बैठता है। यह बहुत दुःखद है। पंचायत सरकार भवन चालू नहीं होने से क्षेत्र के गरीब तबके के लोगों को कार्य करवाने में काफी कठिनाइयो से गुजरना पड़ता है।

जबकि बिहार सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि पंचायत में बने सरकार भवन में प्रत्येक दिन रोजगार सेवक, किसान सलाहकार, विकास मित्र, राजस्व कर्मचारी, अकाउंटेंट, तकनीकी सहायक, कार्यपालक सहायक, पंचायत सचिव, आवास सहायक, सरपंच, मुखिया, आदि संबंधित कर्मी उपस्थित रहेंगे। इसके बावजूद प्रखंड स्तरीय प्राधिकारी का ध्यान इस ओर नहीं जाना बड़ी लापरवाही को दर्शाता है।

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