तलवाड़ा(प्रवीण सोहल): संतुलित राष्ट्र व समाज के लिए नारी व पुरुष दोनों का बराबर योगदान है. स्त्री व पुरुष दोनों एक दुसरे के पूरक हैं उक्त विचार आज एस डी सर्वहितकारी विद्या मंदिर तलवाड़ा में विद्या भारती राष्ट्रीय महामंत्री श्रीराम आरवरकर ने व्यक्त किए. स्कूल में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस आयोजित कार्यक्रम में श्री आरवरकर ने कहा कि नारी को हमारे देश में माँ दुर्गा का रूप माना जाता है. उन्होंने कई उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि मातृत्व, नेतृत्त्व व कर्मतत्व नारी के मुख्य गुण हैं. श्री आरवरकर ने कहा कि स्त्री अगर सारथी है तो पुरुष रथी है. दोनों के बिना समाज की कल्पना नही की जा सकती. प्रिं. देशराज शर्मा ने कहा कि ईश्वर ने स्त्री व पुरुष दोनों को सृष्टि के अनुरूप बनाया है उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण से ही राष्ट्र सशक्त होगा. प्रिं.शर्मा ने कहा कि भयमुक्त होकर ही महिला समाज को सही दिशा देने में सक्षम हो पाएगी.
डॉ. गार्गी कॉल ने महिलाओं को स्वस्थ रहने के लिए कई टिप्स देते हुए कहा कि नारी की पहचान उसके धैर्य, समर्पण, प्रेम,वीरता व संयम से होती है. अध्यापिका अंजू ठाकुर ने अपने विचार रखते हुए कहा कि यदि महिला समर्पण भाव से अपने नैतिक कर्तव्यों का पालन करे तो उसे अपने अधिकारों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष नही करना पढ़ेगा बल्कि यह अधिकार उसे स्वयं ही प्राप्त हो जाएंगें. पूर्व छात्रा नेहा शर्मा ने अपना विषय ‘आज की नारी कैसी हो’ प्रस्तुत करते हुए कहा कि सुदृढ़ समाज के लिए महिला व पुरुष दोनों का सहयोग जरुरी है. कार्यक्रम में शशि कुमारी ने बेटियों पर लिखी कविता प्रस्तुत कर नारी की महानता व त्याग का सन्देश दिया. अध्यापिका ममता कुमारी ने अपना गीत ‘ये मत कहो खुदा से’ तथा गुरप्रीत कौर ने ‘कोमल है कमजोर नहीं’ प्रस्तुत किया. इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में ख्याति प्राप्त करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया. महिलाओं के सम्मान में विद्या सागर ने विद्यालय को एक विशेष स्मृति चिन्ह भेंट किया. कार्यक्रम की संयोजिका अंजू शर्मा ने सभी आए मेहमानों का धन्यवाद किया. मंच का सञ्चालन कंचन बाला द्वारा किया गया।