नालंदा(राकेश कुमार): बिहार शरीफ सदर अस्पताल में बदइंतजामी का एक और वीडियो सामने आया है। जहां प्रसव के लिए आई एक महिला प्रसव पीड़ा से कराहते हुए सदर अस्पताल के गेट के सामने ही एक बच्ची को जन्म दे दी। मीडिया कर्मी के पहल के बाद जच्चा और बच्चा को अस्पताल में तैनात आशा ने प्रसूति कक्ष में भर्ती कराया।
दरअसल बिहार शरीफ के सोहसराय थाना क्षेत्र के बसार बीघा मोहल्ला निवासी सोनू कुमार की 21 वर्षीया पत्नी सरिता कुमारी को मंगलवार की देर शाम प्रसव पीड़ा हुई। जिसके बाद सोनू डिलीवरी कराने को लेकर पत्नी को सदर अस्पताल लेकर आया। जहां दर्द से कराहती सरिता कुमारी ने बच्ची को सदर अस्पताल के गेट के सामने ही सड़क पर जन्म दे दिया।
इस संबंध में सोनू ने बताया कि वह मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। उसकी पत्नी सरिता कुमारी प्रेग्नेंट थी और उसके 9 माह पूरे हो चुके थे। जैसे ही वह घर पहुंचा उसकी पत्नी दर्द से कराह रही थी और उसे अस्पताल ले जाने को कह रही थी। जिसके उपरांत वह मोहल्ले वासियों के सहयोग से पत्नी को सदर अस्पताल लेकर आया। जहां मोहल्ले वासियों ने उसकी पत्नी को सदर अस्पताल के गेट के सामने ही लौट गए।
वह अपनी सास को लाने चला गया। इतने ही देर में उसकी पत्नी दर्द से कराहते हुए बच्ची को सदर अस्पताल गेट के सामने ही जन्म दे दी। वह वहाँ पहुँचा तो देखा कि आसपास के लोग बस टुकटुकी लगाकर देख रहे लेकिन किसी ने मदद नहीं की। जिसके उपरांत मीडिया कर्मी के पहल के बाद आई आशा ने प्रसव वार्ड में जच्चा और बच्चा को भर्ती कराया। यह सरासर स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही का ही नतीजा है कि एक महिला दर्द से कराहती रही बावजूद उसे देखने और पूछने वाला कोई नहीं था।