शीघ्र सड़क निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

अररिया, रंजीत ठाकुर विकास के इस दौर में ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें अभी भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। सरकार या जनप्रतिनिधि भले हीं सड़कों का जाल बिछा देने का दावा करें,लेकिन अभी भी भरगामा प्रखंड क्षेत्र के कई गांव ऐसे हैं जहां कच्ची एवं जर्जर और गड्ढानुमा सड़क अपने उद्धारक के इंतजार में है। इसका जीता जागता उदाहरण छर्रापट्टी गांव जाने वाली कच्ची सड़क है। जिसमें बरसात कौन कहे सुखाड़ में भी आवाजाही करना जान को जोखिम में डालने के समान है। इस महत्वपूर्ण कच्ची सड़क की बदहाली को लेकर लोगों ने सड़क पर उतरकर सरकार के व्यवस्थाओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की एवं जिला प्रशासन के साथ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से जल्द से जल्द पक्की सड़क निर्माण कराने की मांग की है।

बता दें कि भरगामा प्रखंड क्षेत्र के सिमरबनी पंचायत के पोस्ट ऑफिस चौक से शर्मा टोला होते हुए छर्रापट्टी होकर कुसमौल पंचायत के मेन रोड में मिलने वाली कच्ची सड़क को पक्कीकरण करवाने की मांग को लेकर शुक्रवार को स्थानीय ग्रामीण सुनील मंडल,आशु मंडल,प्रमानंद मंडल,ललिता देवी,रविंद्र मंडल,गौरब कुमार,मुकेश यादव,विनोद यादव,मिस्टर कुमार,संजीत शर्मा,जयकुमार शर्मा,रीना देवी,शेखर सुमन,मंटू यादव,संजीव यादव,चंदन यादव,रमेश शर्मा,सुरेश शर्मा,कैलू शर्मा,सामाजिक कार्यकर्त्ता पंकज कुमार पिंटू,आशीष मंडल सहित बड़ी संख्या में लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया है.

प्रदर्शनकारी लोगों का कहना था कि यहां के लोग इस सड़क पर कभी धान रोपकर तो कभी धरना देकर तो कभी सत्ताधारी नेताओं का विरोध कर अपनी नाराजगी व्यक्त की है,परंतु आजादी के 78 वर्ष बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है. बताया कि इस खस्ताहाल सड़क का कोई सुध लेने वाला नहीं है,कहा कि बरसात के दिनों में हालात बद से बतर रहती है। कहा कि सबसे ज्यादा परेशानी तब बढ़ जाती है जब अचानक किसी के बीमार पड़ने या प्रसव पीड़ा से परेशान किसी महिलाओं को समुचित इलाज कराने के लिए चार चक्का वाहन से बाहर ले जाना पड़ता है,ऐसी स्थिति में विकट समस्या खड़ी हो जाती है।

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बता दें कि फिलहाल इस बदहाल सड़क के निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। गांव वालों ने चेतावनी दी है कि अगर सड़क निर्माण को लेकर प्रशासन ने जल्द से जल्द रूप रेखा तय नहीं की तो इस स्थिति में ग्रामीण चक्का जाम और भूंख हड़ताल सहित उग्र आंदोलन और आगामी विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करेंगे। मालूम हो कि उक्त सड़क की स्थिति काफी दयनीय है। लोगों को इस सड़क पर पैदल चलना दुश्वार है। सड़क पर दो से चार फीट तक कीचड़ व जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लोगों ने बताया कि इस सड़क की समस्या को लेकर पूर्व में कई बार विरोध प्रदर्शन व मांग पत्र के माध्यम से बीडीओ, एसडीओ, डीएम,विधायक,सांसद,मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया है,लेकिन अब तक इस ओर कोई पहल नहीं किया गया।

लोगों ने बताया कि उक्त सड़क निर्माण को लेकर कई बार उपरोक्त जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन के द्वारा वादा किया जा चुका है,लेकिन अबतक वादा पूरा नहीं किया गया है। इसलिए हम सभी ग्रामीणों ने यह बीड़ा उठाया है कि जब तक यह सड़क बनकर सुगम सफर के लिए तैयार नहीं हो जाती है तब तक अनर्वत आंदोलन जारी रहेगा। हालांकि ग्रामीणों के द्वारा इस तरीके के विरोध प्रदर्शन करने के बाद भी प्रशासन व जनप्रतिनिधि पर इसका असर नहीं पड़ता दिख रहा है। इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीएम शैलजा पाण्डेय ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है,उक्त सड़क निर्माण की दिशा में जल्द हीं उचित पहल की जाएगी।

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