अररिया(रंजीत ठाकुर): जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। गुरुवार को जिले में संक्रमण के 27 नये मामले सामने आये हैं। स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गयी है। जिले में फिलहाल संक्रमण के 69 मामले हैं। जुलाई महीने में अब तक संक्रमण के 121 मामले सामने आ चुके हैं। अब तक 52 मरीजों के ठीक होने के बाद जिले में फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या 69 है। संक्रमित सभी मरीज होम आइसोलेशन में इलाजरत हैं। इधर बढ़ते संक्रमण के मामलों को नियंत्रित करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को जिले में विशेष कोरोना टीकाकरण अभियान संचालित किया गया। अभियान की सफलता को लेकर पूरे जिले में 380 स्थानों पर टीकाकरण सत्र आयोजित किया गया। इसके अलावा टीकाकर्मी वंचितों के घर-घर पहुंच कर उन्हें टीकाकृत करने के प्रयास करते देखे गये।
15 हजार से अधिक लाभुकों का हुआ टीकाकरण
डीआईओ डॉ मोईज ने देर दोपहर तक जिले में लगभग 15 हजार लाभुकों को टीकाकृत किये जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अभियान को लेकर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक अब तक 14 हजार 601 लाभुकों को टीकाकृत किया गया है. इसमें 9131 लाभुकों को प्रीकॉशन डोज, 4463 लाभुकों को टीका का दूसरा डोज व 1007 लाभुकों को टीका का प्रथम डोज लगाये जाने की जानकारी है। उन्होंने कहा कि संक्रमण का खतरा एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। अपने समुदाय को संक्रमण के खतरों से बचाने के लिये सभी को जिम्मेदार रवैया अपनाना होगा। कोरोना टीका के सभी निर्धारित डोज लेकर हम अपने परिवार व समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का सफल निवर्हन कर सकते हैं। साथ ही अपने समुदाय को फिर वैश्विक महामारी के प्रकोप से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं।
फारबिसगंज में हुआ सबसे अधिक टीकाकरण
डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ ने बताया कि प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 15 हजार लाभुकों को टीकाकृत किये जाने की जानकारी है। टीकाकरण से संबंधित वास्तविक आंकड़ों अभी अप्राप्त है। टीकाकृत लाभुकों की वास्तविक संख्या 20 हजार के करीब होने की बात उन्होंने कही। डीपीएम ने बताया कि रिपोर्ट के मुताबिक फारबिसगंज में 02 हजार 833, नरपतगंज में 02 हजार, अररिया में 01 हजार 981, भरगामा में 01 हजार 815, पलासी में 01हजार 701, सिकटी में 01 हजार 699, रानीगंज में 01 हजार 258, जोकीहाट में 962 व कुर्साकांटा में 346 लाभुकों को टीकाकृत किया गया है। डीपीएम ने कहा कि पिछले साल भी जिले में जुलाई महीने के बाद संक्रमण के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गयी थी। लिहाजा हमें संक्रमण के खतरों के प्रति विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत है।