पटना, अजित। रामकृष्ण नगर इलाके के शेखपुरा मैं अपनी भरे झाड़ी और जंगलों से गिरे खेत में एक युवक का डेड बॉडी बरामद होने के बाद उसकी पहचान पिपरा गांव के रहने वाले राजमिस्त्री नीतीश कुमार के रूप में होते ही परिजन और ग्रामीण भड़क गए। नीतीश कुमार दशहरा के दसवीं के शाम 6:00 बजे अपने घर से पल्सर बाइक से दशहरा मेला घूमने निकला था तब से लापता हो गया था. परिवार वालों ने खोजबीन करने के बाद रामकृष्ण नगर थाना में पिपरा गांव के रहने वाले कुछ बदमाश प्रवृत्ति के लड़कों के खिलाफ उसे गायब करने का शिकायत दर्ज कराया था लेकिन पुलिस इस मामले में संवेदनशील नहीं थी. मृतक के परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस इस मामले में संवेदनशील रहते तो उसकी जान बच सकती थी या डेड बॉडी पहले बरामद हो सकता था।
लापता से 5 से 6 दिनों के बाद उसकी लाश एकदम सड़ा गला बरामद किया गया जिससे लोगों का आक्रोश भरता हुआ था पुलिस पर इस मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए लोगों ने बाईपास सड़क को जानकर आगजनी करते हुए 1 घंटे तक जमकर हो हंगामा किया.राजमिस्त्री का काम करने वाले जितेंद्र रविदास का बड़ा बेटा नीतीश कुमार था और वह भी राजमिस्त्री का ही काम करता था. मृतक दो भाइयों में सबसे बड़ा था छोटा भाई इंद्रजीत भी मजदूरी करता है जबकि उसे एक बहन भी है. मृतक के डेड बॉडी के पास उसकी मां सुनीता देवी बहन और पिता जितेंद्र का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था. नितीश की मां और बहन बार-बार बेहोश हो जा रही थी।
पटना सदर डीएसपी टू सत्यकाम ने बताया कि करीब 5 से 6 दिनों से लड़का गायब था. लड़के के लापता होने के मामला संज्ञान में आया था. डीएसपी ने बताया कि पुलिस के पास जिनके खिलाफ साक्ष्य मिलेगा उनकी गिरफ्तारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि आक्रोशित लोगों को सड़क जाम हटाने के लिए समझाया बुझाया जा रहा है. जो भी हत्याकांड में शामिल होंगे उनकी गिरफ्तारी कर स्पीड ट्रायल से सजा दिलाया जाएगा।