अररिया(रंजीत ठाकुर): बथनाहा पंचायत के पूर्व सरपंच विद्यानंद मंडल का मंगलवार की देर सन्ध्या एनएच 57ए पर मंडल चौक के निकट एक सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गयी। दुर्घटना उपरांत आनन-फानन में उन्हें स्थानीय लोगों के द्वारा फारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मिली जानकारी अनुसार उक्त व्यक्ति 55 वर्ष के थे तथा ट्यूशन पढ़ाकर अपने परिवार का भरण पोषण किया करते थे। प्रत्येक दिन की भांति टयूशन पढ़ाकर पांव पैदल अपने घर आ रहे थे। इतने में एक तेज रफ्तार टाटा टियागो कार ने उन्हें पीछे से ठोकर मार दिया। जिससे उनकी मृत्यु हो गयी। अपने पीछे अपनी पत्नी सहित तीन बेटी एवं एक बेटा को छोड़ गए हैं। फिलहाल एक भी बेटी की शादी नहीं हो पायी थी। उनके आकस्मिक निधन से पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। वहीं दुर्घटना में प्रयुक्त कार के पकड़ में आ जाने के बाद पता चला कि कार बथनाहा के मंडल चौक निवासी संजय साह कबाड़ी वाले की है। वहीं लोगों की माने तो कार उनका पुत्र सुनील साह चला रहा था। जिसकी जानकारी मिलते ही लोगों में भारी आक्रोश भड़क गया और आक्रोशित लोग हो हंगामा करते हुए संजय साह के घर पहुंच गए।
इसी बीच भीड़ में शामिल कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा मौके का फायदा उठाते हुए उनके घर मे जबरदस्त तोड़ फोड़ एवं हो-हंगामा कर दिया गया। इधर रात से लोगों में घटना को लेकर आक्रोश थमता नहीं दिख रहा। आक्रोशित लोग जगह जगह सड़क जाम कर नारेबाजी एवं प्रदर्शन कर मुआवजे की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि मृतक की तीन बेटियां है जो अविवाहित है दोषी उसके विवाह की खर्च व विधवा पत्नी व नाबालिग पुत्र के वयस्क होने तक उनके खर्च वहन करने की मुआवजा का मांग कर रहे हैं। वहीं मामले को कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधि व प्रशासन के लोग सुलझाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। इधर आक्रोशित लोग जिसमें युवको की संख्या अधिक है बुधवार को भी मुआवजे की मांग को लेकर कुछ देर के लिए एनएच 57ए जाम कर खूब हंगामा मचाया। घटना के कारण मंगलवार रात से बुधवार को दोपहर बाद तक विधी व्यवस्था की हालात नाजुक बनी रही। बाद में फारबिसगंज के एडिशनल एसडीओ, बीडीओ एवं सीओ घटनास्थल पर पहुंच लोगो को बहुत समझाया बुझाया तथा मृतक के परिजन को कबीर अन्त्येष्टि के लिए नकद बीस हजार की राशि दिया गया। मौके पर बीडीओ ने 5 लाख रूपये का दुर्घटना लाभ एवं मृतक की विधवा को लक्ष्मीबाई विधवा पेंशन एवं श्रमिक लाभ दिलवाने का आश्वासन देकर समझाया बुझाया तब जाकर कहीं लोग माने एवं शव को अन्त्येष्टि के लिए जाने दिया।