कटिहार, (न्यूज़ क्राइम 24) समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) द्वारा हर साल सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को गर्भवती-धात्री महिलाओं, किशोरियों के साथ साथ 0 से 06 वर्ष के नवजात शिशुओं के पोषण स्तर में विकास करते हुए उन्हें स्वस्थ और सुरक्षित रखने की आवश्यक जानकारी दी जाती है। शनिवार को जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा एवं पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार द्वारा समाहरणालय परिसर में “एक पेड़ माँ के नाम” कार्यक्रम के तहत पेड़ लगाकर पोषण माह की शुरुआत की गई। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा अपने क्षेत्र में 0 से 6 वर्ष के बच्चों के साथ साथ गर्भवती-धात्री महिलाओं और किशोरियों के पोषण स्तर में विकास के लिए जागरूक करते हुए संबंधित लोगों को विशेष पोषण सुविधा का लाभ उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक निर्देश दिया गया है। पोषण माह के लिए पौधा रोपण समारोह में आईसीडीएस जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सदफ आलम, वरीय उप समाहर्ता सहित अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।
गर्भवती-धात्री महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर में विकास के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का होगा आयोजन :
आईसीडीएस जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सदफ आलम ने बताया कि गर्भवती-धात्री महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर में विकास के लिए आईसीडीएस द्वारा हर साल 01 से 30 सितंबर तक पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। पोषण माह के दौरान समग्र रूप से व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं को स्तनपान कराने वाली धात्री महिलाओं, किशोरियों और 0 से 06 वर्ष के बच्चों के पोषण पोषण स्तर में अपेक्षित सुधार लाने एवं 3-6 वर्ष के बच्चों के प्रारंभिक देखभाल एवं शिक्षा के प्रति समुदाय को संवेदनशील बनाने हेतु विभिन्न स्तरों में बहुत से गतिविधियों का आयोजन कर पोषण के प्रति जन भागीदारी में जागरूकता सुनिश्चित किया जाएगा।
इस वर्ष राष्ट्रीय पोषण माह का मुख्य थीम “एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, सेवाओं की गुणवत्ता में वृद्धि एवं पारदर्शिता लाने हेतु तकनीक का उपयोग, पर्यावरण संरक्षण, पोषण को प्रभावित करने वाले क्षेत्र एवं सामुहिक जागरूकता गतिविधियों” से संबंधित है। इसके लिए आईसीडीएस के साथ साथ विभिन्न संबंधित विभागों के सहयोग से जिले के सभी क्षेत्रों में पोषण माह से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को पोषण के प्रति जागरूक किया जाएगा।
खाद्य विविधता के प्रति लोगों को किया जाएगा जागरूक :
पोषण माह के दौरान लोगों तक पोषण के प्रति जागरूकता लाने के लिए विभिन्न प्रकार के जागरूकता अभियान का संचालन किया जाएगा। पोषण माह की गतिविधियों के रूप में गर्भावस्था, शैशवावस्था, बचपन और किशोरावस्था के दौरान पोषण की उपयोगिता पर जागरूक किया जाना मुख्य उद्देश्य है। सभी गतिविधियों के दौरान लोगों को बच्चों, किशोरियों और महिलाओं को समय के अनुसार उपयुक्त पोषण की जानकारी दी जाएगी, जिसका उपयोग करते हुए लोग स्वस्थ जीवन का लाभ उठा सकेंगे।