पटना(अजीत यादव): कॉग्रेस पार्टी के पूर्व प्रवक्ता अरशद अब्बास के घर में कॉग्रेस समेत कई पार्टियों के नेताओं का जमावडा हुआ।शनिवार को नौहसा स्थित आवास पर दावत-ए-रोजा इफ्तार में सभी धर्म व संप्रदाय के लोगों ने भाग लिया। इफ्तार पार्टी में गंगा-जमुनी तहजीब की झलक साफ दिखाई दे रही थी। इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज अदा की गई। देश में अमन चैन, आपसी सौहार्द, खुशहाली व भाई चारे के लिए दुआएं मांगी गईं। इस मौके पर कॉग्रेस के वरिष्ठ नेता सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा शकील अहमद ने कहा कि रोजा मानवता का प्रतीक है। रमजान के महीने में रोजा इंसान को आत्मिक बल देता है।
मुस्लिम धर्म में यह कहा गया है कि रोजा रखने वाले को जहां खुदा-ए-पाक की रहमत मिलती है, वहीं रोजा खुलवाने वाले को भी उतना ही पुण्य मिलता है । सामूहिक इफ्तार में सभी धर्मां के लोगों का एक साथ जमा होना यह बात का प्रतीक है कि भारत एक धर्मनिरपक्ष राज्य है। भारत में सभी धर्मां का आदर होता है । उन्होने ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियां एक साथ होगी और भाजपा को हराकर देश को बचाना है। नरेन्द्र मोदी की सरकार में बेरोजगारी चरम सीमा पर है। अडानी मामले में प्रधानमंत्री का चुप्पी साधना इस बात पर बल देता है कि वह भ्रष्टाचार से जुडे हुये हैं ।
इस से पहले अरशद अब्बास ने डा शकील अहमद ने स्वागत किया । इस मौके पर पूर्व मंत्री डा ईशा , पूर्व विधायक मुन्ना शाही, वरिष्ठ कांग्रेस नेता आसिफ़ गफुर , जदयू के विधान पार्षद मो आफाक आलम , विधायक प्रतीमा दास , पूर्व विधायक भावना झा ,पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा , मो फहीम अहमद , वेंकटेश रमण , सतेन्द्र सिंह ,सिद्वार्थ क्षत्रीय , धनंजय शर्मा ,डा प्रो इकाबल अफजल , डा अफताबुन नबी ,कोकब कादरी ,मो अफजाल कादरी , मुश्ताक अहमद ,डा अफजाल अहमद , अजमी बारी , मो शरफे , तौसिफ मल्लिक ,कृपानाथ पाठक ,ज्योति ,कौसर खान समेत अन्य लोग मौजुद थे ।