फुलवारी शरीफ, (न्यूज़ क्राइम 24) फुलवारी शरीफ के विधायक गोपाल रविदास ने बिहार विधानसभा में दलित उत्पीड़न और प्रशासनिक लापरवाही का मुद्दा जोर-शोर से उठाया.उन्होंने राजधानी पटना में अपने साथ हुए दुर्व्यवहार का जिक्र करते हुए कहा कि शिकायत दर्ज कराने के बावजूद अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.सरकार को आड़े हाथों लेते हुए विधायक ने सवाल किया कि आखिर प्रशासन दोषियों पर कार्रवाई करने से क्यों बच रहा है? विधानसभा अध्यक्ष से उन्होंने मांग की कि सरकार स्पष्ट करे कि आखिर कब तक पीड़ितों को न्याय मिलेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि 26 जनवरी 2025 को पटना के कुरथौल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में, बतौर विद्यालय समिति अध्यक्ष, उन्हें एक पार्टी विशेष से संबंधित सामंती प्रवृत्ति के लोगों द्वारा रोका गया.इस घटना को उन्होंने लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करार दिया और सवाल उठाया कि आखिर किन लोगों के इशारे पर प्रशासन उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रहा है. विधायक ने कहा कि परसा बाजार थाना में इस मामले में उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराई उसके बाद भी अभी तक अभी तक की गिरफ्तारी किसके सारे पर नहीं हो रही है.
विधायक ने बिहार के विभिन्न जिलों में दलित समुदाय के लोगों के साथ हो रही घटनाओं पर भी चिंता जताई.उन्होंने कहा कि सामंती प्रवृत्ति के लोग अनुसूचित जाति के लोगों के साथ बलात्कार और अन्य अमानवीय कृत्य कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है.
इसके साथ ही, उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान और दोनों पूर्व केंद्रीय मंत्रियों पर भी निशाना साधा.उन्होंने कहा कि ये नेता स्वयं अनुसूचित जाति से आते हैं, फिर भी उनके अपने क्षेत्रों में दलितों पर अत्याचार बदस्तूर जारी है.उन्होंने मांग की कि ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि दलित समुदाय को न्याय मिल सके.