पूर्णिया, (न्यूज़ क्राइम 24) मनुष्य को अपने आसपास के चीजों को समझने और उसपर आवश्यक प्रतिक्रिया करने में मदद करने के लिए भगवान द्वारा शरीर में पांच सेंस ऑर्गन (संवेदी अंग) का निर्माण किया गया है। मनुष्य के शरीर का पांच महत्वपूर्ण सेंस ऑर्गन हैं – आंख, कान, नाक, जीभ और त्वचा। पांच महत्वपूर्ण सेंस ऑर्गन में से एक कान का विशेष ध्यान रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर साल 03 मार्च को “विश्व श्रवण दिवस” के रूप में मनाया जाता है। इसके माध्यम से स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को बहरेपन और सुनने की हानि को रोकते हुए सुनने की क्षमता का विशेष ध्यान रखने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाता है। हर साल विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ ) द्वारा लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने के लिए जागरूकता थीम का चयन किया जाता है। वर्ष 2025 के लिए विश्व श्रवण दिवस का थीम “मानसिकता बदलना, कानों की और सुननी की शक्ति की देखभाल को सभी के लिए वास्तविक बनाने के लिए खुद को सशक्त करना” रखा गया है।
श्रवण हानि का जल्द पता लगाना और उसका इलाज करना है विश्व श्रवण दिवस का उद्देश्य : एनसीडीओ
जिला गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी (एनसीडीओ) डॉ. सुभाष कुमार सिंह ने बताया कि विश्व श्रवण दिवस का उद्देश्य श्रवण हानि का जल्द पता लगाना और उसका इलाज करना महत्वपूर्ण है। बहुत से लोगों को सुनने में परेशानी होती है, जिसका समय पर निदान नहीं किया जाता है। ऐसे में लोग सही समय तक नहीं जान पाते कि वे महत्वपूर्ण ध्वनियों और शब्दों को खो रहे हैं। समस्या को हल करने के लिए पहली बात यह जांचना है कि आप कितनी अच्छी तरह सुन सकते हैं। उस अनुसार कम सुनने वाले लोगों को आवश्यक इलाज कराते हुए आवश्यक दवाइयों और ध्वनि गति का ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंने बताया कि विश्व श्रवण दिवस का लक्ष्य श्रवण हानि के बारे में जागरूकता बढ़ाना और दुनिया भर के लोगों को इसे रोकने के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करना है। मौजूदा मामलों की जांच करना और नए मामलों को होने से रोकना महत्वपूर्ण है।
अस्पतालों में मरीजों को सुनने की समस्या के लक्षणों की जाती है जानकारी :
जिला गैर संचारी रोग के वित्तीय सलाहकार केशव कुमार ने बताया कि जिले के सभी अस्पतालों में नियमित रूप से गैर संचारी रोग समस्या से ग्रसित मरीजों के उपचार के साथ साथ लोगों को सुनने की समस्या के लक्षणों की जानकारी देते हुए बहरेपन से रोकथाम के लिए जागरूक किया जाता है। उन्होंने कहा कि ‘विश्व श्रवण दिवस’ लोगों को याद दिलाता है कि लोगों को अपने श्रवण स्वास्थ्य का नियमित तौर से ध्यान रखना कितना आवश्यक है। लोगों को यदि सुनने में किसी तरह की परेशानी होने लगती है तो उन्हें तत्काल नजदीकी अस्पताल में चिकित्सकों से सम्पर्क करना चाहिए। लोगों द्वारा ‘अच्छा श्रवण स्वास्थ्य कितना महत्वपूर्ण है और श्रवण हानि को रोकने के लिए क्या किया जा सकता है’ इस बारे में बात करके एक ऐसी दुनिया की ओर कदम रखा जा सकता है जहाँ हर कोई अच्छी सुनवाई के लाभों का आनंद ले सकते हैं। कान की नियमित जांच और आवश्यकता पड़ने पर उपचार से श्रवण स्वास्थ्य को अच्छी स्थिति में रखा जा सकता है। इससे लोग अच्छी तरह से संवाद करते हुए आस-पास की ध्वनियों का आनंद ले सकते और एक पूर्ण और सुखी जीवन का लाभ उठा सकते हैं।
अच्छा श्रवण स्वास्थ होना लोगों के समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया द्वारा बताया गया कि अच्छा श्रवण स्वास्थ होना लोगों के समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह लोग के दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि यह लोगों को अन्य लोगों से बात करने में मदद करता। लोग जो कहते हैं, उसे समझने और अपने आस-पास की आवाज़ों का आनंद लेने के लिए श्रवण आवश्यक है। अच्छी सुनवाई के बिना, दोस्त बनाना, स्कूल में सीखना या अच्छा काम करना मुश्किल हो सकता है। इसके अलावा, श्रवण हानि से संबंधित लोगों को अवसाद, चिंता और अकेले महसूस करने जैसी भावनात्मक और मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। जिन लोगों को सुनने में परेशानी होती , उनमें से अधिकांश के पास उपचार तक की पहुंच नहीं है। इसलिए सभी स्वस्थ लोगों को इसके लिए शुरुआत से ही ध्यान रखना चाहिए और किसी तरह की समस्या दिखाई देने पर नजदीकी अस्पताल में चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए जिससे संबंधित व्यक्ति के श्रवण समस्या को चिकित्सकीय सहायता द्वारा समय से सुरक्षित किया जा सके।
श्रवण हानि को रोकने और अच्छे श्रवण स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ध्यान रखें :
• तेज आवाज के संपर्क में आने से बचें।
• ईयरप्लग या हेडफ़ोन का उपयोग करें जो शोर को रोकते हैं।
• तेज आवाज वाले वातावरण से नियमित ब्रेक लें।
• कान की अच्छी स्वच्छता बनाए रखें।
• अपनी सुनवाई की अक्सर जाँच करें।