पटना, (न्यूज़ क्राइम 24) राज्य सरकार की बाल ह्रदय योजना दिल में छेद की समस्या से जूझ रहे बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है. इसके साथ ही पैसे के अभाव में हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का इलाज करा पाने में असमर्थ अभिभावकों के चेहरे पर फिर से मुस्कान लौटा रही है. अभी तक इस योजना के कारण 1409 बच्चों को नई जिंदगी मिली है. उक्त जानकारी हाल में हुई एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में दी गयी है.
आईजीआईसी एवं आईजीआईएमएस में भी किया गया ऑपरेशन:
अब राज्य के दो चिकित्सीय संस्थान आईजीआईसी एवं आईजीआईएमएस में भी जन्म से ह्रदय रोग से पीड़ित बच्चों का ऑपरेशन किया जा रहा है. अभी तक इंदिरा गाँधी ह्रदय रोग संस्थान ( आईजीआईसी ) में 240 एवं इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान ( आईजीआईएमएस ) में 33 बच्चों का सफल ऑपरेशन किया गया है. वहीँ सबसे अधिक श्री सत्य साईं हार्ट अस्पताल, अहमदाबाद में 1136 बच्चों का सफल ऑपरेशन किया गया है. वहीँ 19 जून को 20 और बच्चों को फ्लाइट द्वारा ऑपरेशन के लिए श्री सत्य साईं ह्रदय अस्पताल, अहमदाबाद भेजा गया था.
फ़रवरी 2021 में हुई बाल ह्रदय योजना की शुरुआत:
राज्य सरकार द्वारा दिल में छेद की समस्या से जूझ रहे बच्चों के इलाज के लिए फरवरी 2021 में बाल हृदय योजना की शुरुआत की गई थी. योजना के तहत सरकार दिल में छेद पीड़ित बच्चों की निशुल्क जांच और इलाज कराती है. बच्चों की जांच इंदिरा गांधी ह्रदय रोग संस्थान ( आईजीआईसी) एवं आईजीआईएमएस में कराई जाती है. जिन बच्चों को ऑपरेशन की आवश्यकता होती है, उन्हें सरकारी खर्च पर एक अभिभावक के साथ अहमदाबाद भी भेजा जाता है. राज्य सरकार द्वारा 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चे के साथ मां के अलावा एक और परिजन के खर्च भी वहन किया जाता है. प्रशान्ति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाउण्डेशन के सहयोग से अहमदाबाद के श्री सत्य साईं ह्रदय अस्पताल में बच्चों का आपरेशन किया जाता है.