अररिया(रंजीत ठाकुर): जिले में मिशन इंद्रधनुष 4.0 का तीसरा चरण आगामी चार मई से शुरू होगा। नियमित टीकाकरण को गति देने के उद्देश्य से संचालित इस अभियान की सफलता को लेकर विभागीय स्तर से सभी जरूरी तैयारी पूरी कर ली गयी है। इससे पूर्व संचालित अभियान की सफलता से उत्साहित विभाग अभियान की सफलता के प्रति आश्वस्त है। गौरतलब है कि जिले में बीते अप्रैल माह में संचालित अभियान में अररिया मिशन इन्द्रधनुष की राज्यस्तरीय रैंकिंग में पहले स्थान पर था। मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम की सफलता को लेकर केंद्र सरकार के स्तर से जरूरी दिशा निर्देश दिये गये हैं। अभियान के क्रम में कोरोना संक्रमण के वर्तमान चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा संबंधी सभी मानकों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाना है।
नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देना अभियान का उद्देश्य :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकरी डॉ मो मोईज ने बताया कि नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देना मिशन इन्द्रधनुष का उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष 4.0 का दो चरण जिले में सफलता पूर्वक संपन्न हो चूका है। तीसरे और आखिरी चरण में नियमित टीकाकरण के मामले में जिले के चिह्नित इलाकों में सर्वे के आधार पर दो साल से कम उम्र के 4566 बच्चे व 778 गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित है। इसके लिए जिले में 306 स्थानों पर टीकाकरण सत्र का संचालन किया जाना है। उन्होंने बेहतर रणनीति के तहत अभियान की सफलता सुनिश्चित कराये जाने की बात कही।
कई जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा के लिहाज से टीकाकरण जरूरी :
सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि गर्भवती महिलाएं व दो वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिये टीकाकरण जरूरी है। मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत जिले के सभी प्रखंडों में चयनित स्थलों पर गर्भवती महिलाएं व बच्चों के टीकाकरण का इंतजाम सुनिश्चित कराया जायेगा। दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी मिजल्स, विटामीन-ए, डीपीटी बूस्टर डोज, व बूस्टर ओपीवी के टीके लगाये जायेंगे। वहीं गर्भवती महिलाओं को अभियान के क्रम में टेटनेस-डिप्थेरिया के टीके लगाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के सभी बच्चे व सभी गर्भवती महिलाओं तक टीकाकरण की पहुंच सुनिश्चित कराया जाना अभियान का उद्देश्य है।