कार्यपालक सहायकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज चौथे दिन भी जारी

अररिया(रंजीत ठाकुर): कार्यपालक सहायक सेवा संघ, जिला इकाई अररिया के बैनर तले जिले के सभी विभाग में कार्यरत सभी कार्यपालक सहायक अनिश्चितकालीन हड़ताल के चौथे दिन जिला समाहरणालय स्थित धरना स्थल पर एकजुट होकर सरकार कार्यपालक सहायकों को बेल्ट्रोन के हाथ बेचकर शोषण को और अधिक कठोर बनाने का प्रयास कर रही है। सरकार उच्च स्तरीय कमिटी को लागू करने के बजाय कंपनियों के हाथों कार्यपालक सहायकों को बेचकर अत्याचार कराने को कुत्सित प्रयास कर रही है। बीपीएसएम के माध्यम में 29 वीं बैठक में द्वारा लिया गया निर्णय जनविरोधी कार्यपालक सहायकों को अत्याचार की आग में धकेनले वाला निर्णय है। उक्त बातें विस्तार से राज्य कार्यपालक सहायक संघ, जिला इकाई अररिया के अध्यक्ष मनीष ठाकुर ने कही. उन्होंने कहा कि सरकार के कठोरतम निर्णय के खिलाफ हमलोग मजबूत होकर हड़ताल पर जाने को विवश है.

उपाध्यक्ष दीपा मजुमदार ने कहा कि सरकार का निर्णय कार्यपालक सहायकों के विरुद्ध है, बेल्ट्रोन के सौंपने का उनका निर्णय कमीशनखोरी को बढ़ावा देगा।बड़ी ताजुब्ब की बात है कि सरकार अपने ही निर्णय से अपने जिला पदाधिकारी के योग्यता पर सवाल खड़ा कर रही है, जिनकी देखरेख में कार्यपालक सहायकों को बहाली हुई है.

वहीं संघ के सचिव मनीष कश्यप ने कहा कि हम सभी अपनी सम्पूर्ण कार्यदक्षताओं का प्रयोग करते हुए विभिन्न योजनाओं और विभागों में सरकार का प्रतिष्ठा बढ़ा रहे है, पर सरकार हमें प्रोत्साहन देने के बजाय हमारा शोषण कर रही है, हम पर अत्याचार कर रही है.

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मीडिया प्रभारी आदित्य प्रियदर्शी ने कहा कि हमारी लड़ाई सरकार से नहीं है, बल्कि दमनकारी नीतियों से है, सरकार हमसे वार्ता करने के बजाय हम पर अत्याचार कर रही है. हमें चौबीस घंटे में योगदान करने का अल्टीमेटम देकर हमें डराने का प्रयास कर रही है, हम इस सरकार की इन दमनकारी नीतियों से डरने वाले नहीं है।मरते दम तक सरकार की अत्याचारी नीतियों, अंग्रेज़ो को पैटर्न वाली नीति का विरोध करते रहे है.

अनिश्चितकालीन हड़ताल के कार्यकारी अध्यक्ष रोहन कुमार ने कहा कि विभाग द्वारा संविदा के आधार पर नियोजित एवं कार्यरत कार्यपालक सहायक,जिसकी नियुक्ति ज़िला पदाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय समिति द्वारा विधिवत प्रक्रिया में निजीकरण के लिए बेल्ट्रोन की दक्षता परीक्षा दिए जाने हेतु दबाव बनाया जा रहा है,जिसे हम स्वीकार नहीं करेंगे.

धरना स्थल पर संजीव कुमार, अभिषेक कुमार, आलोक झा, दिलशाद आलम, आंनद, ललित रजक, दिलीप, निधि कुमारी, प्रियंका, शिल्पा, अनुप्रिया, अमृता, मेघा कुमारी, गोशिया प्रवीण, काजल, खुशबू, वर्षा रानी सहित विभिन्न कार्यालय में कार्यरत समस्त कार्यपालक सहायक मौजूद थे।

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