जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को साकार करना जन सुराज का उद्देश्य : प्रशांत किशोर

पटना(न्यूज क्राइम 24): आज जन सुराज के पटना स्थित मुख्यालय में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई। दर्जनों नेताओं एवं सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया।

जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर, जो पदयात्रा कर रहे हैं एवं वर्तमान समय में गोपालगंज जिले से गुजर रहे हैं, ने वीडियो संदेश के माध्यम से कहा कि जन सुराज का मकसद जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को साकार करना है।

उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी ने राजनीति में जिस सादगी, सुचिता एवं ईमानदारी की मिशाल पेश की, बिहार की राजनीति को पुनः उस राह पर लाना ही जन सुराज का उद्देश्य है। इसलिए ही वे पदयात्रा के माध्यम से समाज से सही लोगों को खोजकर उन्हें राजनीति में लाने का दिन-रात प्रयास कर रहे हैं ताकि भ्रष्टाचार को मिटाकर जनता के सुन्दर राज को स्थापित किया जा सके।

मौके पर उपस्थित सेवानिवृत आईएएस अधिकारी एन पी मंडल ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर का व्यक्तिगत एवं राजनैतिक जीवन आज के युवाओं के लिए अनुकरणीय है। चकाचौंध के प्रति आकर्षण के इस दशक में कर्पूरी जी के जीवन की घटनाओं एवं उनके द्वारा लिए गए निर्णयों को जानना-समझना सभी युवाओं एवं राजनीतिज्ञों के लिए बहुत जरूरी है।

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जन सुराज के संस्थापक सदस्य एवं सेवानिवृत डीजी राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर कर्पूरी जी के व्यक्तित्व से काफी प्रभावित हैं।

इसलिए अपनी पदयात्रा शुरू करने के एक दिन पहले 1 अक्टूबर को वे समस्तीपुर जिले में स्थित कर्पूरी-ग्राम गए और वहां से प्रेरणा एवं संकल्प लेकर 2 अक्टूबर को पश्चिम चम्पारण के भितिहरवा से पदयात्रा की शुरूआत की जो पिछले 114 दिनों में 3 जिलों से गुजरकर अब चौथे जिले गोपालगंज से गुजर रही है। उन्होंने कहा कि अगर बिहार की गरिमा को पुनर्स्थापित करना है तो कर्पूरी जी के दिखाए राहों पर चलना ही होगा।

वरिष्ठ अधिवक्ता बसंत चौधरी ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने आजीवन दबे-कुचले लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया. उन जैसे व्यक्तित्व के अभाव की वजह से ही आज राजनीति को हेय दृष्टि से देखा जाने लगा है. जन सुराज के माध्यम से हमलोग अच्छे एवं ईमानदार लोगों को राजनीति में लाएँगे और राजनीति की गरिमा को पुनः वापस लौटाएँगे.

मौके पर सीआईएसएफ से सेवानिवृत डीआईजी मनीष प्रियदर्शी, पूर्व कमिश्नर बीकेराय, नेहरू युवा केन्द्र संगठन की पूर्व राज्य निदेशक डॉ कुमारी ज्योत्सना, समाजसेवी मोहम्मद उस्मान साहब, कुंदन किशोर, जुझारू महिला नेत्री रेखा सोरेन, गीता पांडे, नेवी से सेवानिवृत कैप्टन राकेश रंजन, विजय कुमार, समाजसेवी पन्ना लाल, एडवोकेट चंद्रशेखर द्विवेदी, प्रभात कुमार सिंह, विनय कुमार झा, युवा नेता राजन सिंह एवं निशांत कुमार सहित सैंकड़ों नेता एवं समर्थक मौजूद थे।

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