रांची(न्यूज़ क्राइम24): धनबाद जिले के झरिया थाना क्षेत्र के बिहार बिल्डिंग के समीप 8 नवंबर को बिजली के तार की चपेट में आकर एक ही परिवार के 4 सदस्य समेत पांच लोग झुलस गए थे। जहां परिवार के चार सदस्यों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें इलाज के लिए रांची के देवकमल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पहले ही इलाज के दौरान 14 वर्षीय घायल मासूम सानवी का निधन हो गया, वही शनिवार की देर रात इलाज के दौरान सुनीता देवी का भी निधन हो गया है।इस दुःखद घटना से पीड़ित परिवार के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बिजली विभाग की लापरवाही के कारण एक हंसता खेलता परिवार खत्म हो चुका है। वही लगभग 2 वर्षीय सत्यम व 8 वर्षीय वंशिका जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। इसके साथ ही आपको बता दें कि मृतक सुनीता के पति टिंकू केसरी का 2 वर्ष पूर्व ही एक सड़क दुर्घटना में निधन हो चुका है। वही आज सुनीता देवी के निधन के बाद परिजनों को उनके तीन मासूम बच्चों की चिंता सताने लगी है।
इतने कम उम्र के बच्चों के सिर से पिता के बाद अब मां का भी हाथ उठ चुका है। परिजनों को बच्चों की भविष्य की चिंता सता रही है। मगर अब तक बिजली विभाग कुम्भकर्णी नींद में सोई हुई है। पीड़ित राहुल केसरी ने बताया कि अभी तक बिजली विभाग की ओर से परिजनों को कोई सहयोग नहीं मिला है।वहीं घटना की खबर सुनकर पूरे कोयलांचल में शोक की लहर दौड़ गई है। इस दुःखद घटना की खबर सुनकर भाजपा के वरिष्ठ नेता व समाजसेवी झरिया के राजकुमार अग्रवाल ने गहरा शोक व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं पीड़ित परिवार के हर दुख में उनके साथ खड़ा हूं, पीड़ित परिवार को उनका हक दिलवाने का काम करूंगा।