महुदा(न्यूज़ क्राइम 24): द०पु०रेलवे के आद्रा डिवीजन की सीआईबी टीम एवं महुदा रेलवे थाना के सब-इन्सपेक्टर प्रतिक मंडल के नेतृत्व में रविवार की देर रात गुप्त सुचना के आधार पर तारगा बामनडीह काली मंदिर के समीप जंगल में संयुक्त रूप से छापेमारी अभियान चलाकर भारी मात्रा में रेल का लोहा समेत एक 407 वाहन बरामद किया तथा दो व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया गया। बाकि दर्जनों लोहा चोर वहाँ से फरार हो गया। पुलिस सुत्रों के अनुसार सुरक्षा विभाग को सुचना थी कि लोहा तस्करों द्वारा व्यापक पैमाने पर रेलवे एवं बीसीसीएल के लोहे की चोरी कर रात के अंधेरे में चार पहिये वाहनों से लगातार अन्य जिला में ले जा रहे है। इस सम्बन्ध में आरपीएफ सब-इन्सपेक्टर प्रतिक मंडल ने बताया कि गुप्त सुचना मिला था कि लोहा तस्करों द्वारा निकटवर्ती क्षेत्रों से रैलवे ट्रैक की कटिंग कर समीप के जंगल में संग्रह किया जा रहा है।
जिस पर अचानक छापामारी किया गया। छापेमारी के दौरान घटना स्थल पर भारी मात्रा में कटिंग किये गये चोरी का लोहा एवं दर्जनों गुर्गों के साथ शातिर तस्कर मौजूद थे। अचानक छापेमारी से वहाँ भाग-दौड़ मच गयी। अंधेरा का फायदा उठाकर सब इधर उधर भागने लगे। भागने के दौरान दो युवक वहीं गिर पड़े जिसे आरपीएफ द्वारा पकड़ लिया गया। गिरफ्तार युवक का नाम सोनू सिंह बीलबेड़ा निवासी एवं निखिल कुमार धावाचिता का रहने वाला बताया। दोनो को आरपीएफ थाना लाकर पुछताछ कर रही है।
तथा कागजी कारवाई कर उसे जेल भेजा जायेगा। सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में सर्वाधिक शातिर लौह तस्कर के रूप में बोकारो जिला के चास एवं चीरा चास के चर्चित हनुमान सिंह नाम का सिक्का चल रहा है जो दबंगता के साथ क्षेत्रों से लोहों का उठाव कर पिंड्राजोरा एवं चास के गोदामों में भेजा जा रहे है। दिन के उजाले में भी 20 से 25 ठेले में प्रतिदिन लोहा लेकर पुलिस के नजरों के सामने से निकल जाते है। पुलिस आंख मुंद कर खड़ी रहती है। बड़े पैमाने में हो रही बीसीसीएल एवं रेलवे के लोहों की तस्करी के पिछे संबंधित इलाकों की प्रशासनिक सहमति कैसी और कितनी है? ये तो वही जाने। पर चर्चा है कि लौह तस्करी के इस खेल में क्षेत्र के कुछ नव निर्वाचित प्रतिनिधि भी गोता लगा रहे है।