मिट्टी व बालू खनन माफियाओं के द्वारा नदियों को बनाया जा रहा है निशाना, अवैध खनन से बदल रही है, नदियों की सूरत

अररिया(रंजीत ठाकुर): अररिया जिले के जोगबनी बथनाहा थाना क्षेत्र अंतर्गत खनन माफियाओं के द्वारा नदियों को निशाना बनाया गया है।इन्हें न तो बाढ़ बरसात का भय है और ना ही पदाधिकारीयों का, धड़ल्ले से पोकलेन एवं जेसीबी मशीन के द्वारा बड़े पैमाने पर खनन किया जा रहा है। जिससे नदियों का सूरत बिगड़ते देखा जा रहा है।

अगर इसी प्रकार यह खेल चलता रहा तो बरसात के समय बाढ़ का आना सुनिश्चित है। जबकि प्रत्येक वर्ष इसी खनन के कारण क्षेत्र में भयावह बाढ़ की स्थिति देखा जाता है और बचाव कार्य में बिहार सरकार का करोड़ों रुपया खर्च किया जाता है, जिसकी मार आम जनता को झेलना पड़ता है। चंद माफियाओं एवं भ्रष्ट पदाधिकारीयों के कारण करोड़ों का नुकसान बिहार सरकार को भुगतना पड़ता है।जनता परेशान हो जाते हैं और चंद लोग मालामाल हो जाते हैं।

जिस क्षेत्र में खनन किया जाता है उस क्षेत्र की सड़कों की स्थिति बदहाल है। लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल है परंतु किसी संबंधित पदाधिकारी का इस पर ध्यान नहीं जाता है। खनन माफिया कभी अनुमंडल पदाधिकारी का नाम लेकर खनन करते हैं तो कभी खनन पदाधिकारी का नाम लेकर।

मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय लोग बताते हैं कि खनन के इस खेल में सड़क निर्माण कंपनी, नदियों से सटे ईट भट्ठा मालिक एवं क्षेत्रीय खनन माफिया तथा संबंधित पदाधिकारी के मिलीभगत से दिन के उजाले में बेखौफ होकर खनन किया जा रहा है।

इसको देखने वाला कोई संबंधित पदाधिकारी या फिर पुलिस- प्रशासन नहीं है।खनन किये जाने से प्रत्येक बार बरसात के समय बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिससे क्षेत्र में काफी नुकसान होता है।बताते चले कि जोगबनी थाना क्षेत्र के मीरगंज एवं बथनाहा थाना क्षेत्र के दिपौल, सोनापुर में परमान नदी के किनारे बड़े पैमाने पर भू खनन माफियाओं के द्वारा लगातार मिट्टी व बालू काटा जा रहा है

जिससे नदी की सूरत तो बदल ही रही है साथ साथ समतल उपजाऊ भूमि को भी नुकसान पहुंच रहा है। गढ्ढ़े के पानी में डूबने की दुर्घटनाएं हो रही है। थाना से महज 3 से 5 किलोमीटर की दूरी पर खनन का यह खेल खुलेआम चल रहा है परंतु प्रशासन आंख मूंदे हुए है।

Advertisements
Advertisements

इस बाबत स्थानीय कुछ जनप्रतिनिधि ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि खनन माफिया खनन करते-करते धन से इतना मजबूत हो गये है, कि स्थानीय लोग डर से कुछ नहीं बोलते हैं। यहां तक की पदाधिकारीयों को भी सूचना नहीं दे पाते हैं, इसलिए कि पदाधिकारी भी माफियाओं से मिले हुए हैं। उन्होंने कहा हम लोग अगर सूचना देंगे तो सूचना गुप्त नहीं रखा जाता है। माफियाओं को बता दिया जाता है जिससे हम लोगों की दुश्मनी बढ़ जाती है, इसी कारण हम लोग कुछ नहीं कह सकते हैं।

बताते चलें कि बिहार सरकार जहां भ्रष्टाचार को समाप्त करने में लगी हुई है, वहीं भ्रष्टाचारियों का इरादा इतना मजबूत है कि भ्रष्टाचार समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। इसके पीछे कहीं ना कहीं सरकारी तंत्र का मिलाजुला होना माना जा सकता है।

क्षेत्र में समाचार संकलन के दौरान दबी जुबान से लोगों ने बताया कि जिला खनन पदाधिकारी अररिया के वाहन ड्राइवर एवं पुलिस बल के मिलीभगत से पदाधिकारी को नजराना दिया जाता है। खनन पदाधिकारी जांच करने के लिए जैसे ही जिला मुख्यालय से निकलते है, माफियाओं को इसकी भनक लग जाती है और वे अपना सारा मशीनरी स्थल से हटा लेते हैं। पदाधिकारी आते हैं खानापूर्ति करके वापस चले जाते हैं।

क्या कहते हैं बथनाहा थाना अध्यक्ष नंदकिशोर नंदन-

इस बाबत थाना अध्यक्ष बथनाहा ने कहा की सूचना मुझे भी है। कई लोगों पर पूर्व में कार्यवाई हुई है। खनन माफिया खनन पदाधिकारी से निजी जमीन में खनन करने का आदेश लेकर उसकी आड़ में अवैध रूप से नदियों का खनन कर लेते है। इस दृष्टि से हम लोग माफियाओं पर नजर बनाए हुए हैं। सबूत मिलने पर आवश्यक कार्यवाही करेंगे।

Related posts

ऑपरेशन मुस्कान : पटना रेल पुलिस ने 101 लोगों के मोबाइल खोजकर लौटाए

तख्त पटना साहिब कमेटी ने डॉ मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की

परिवार नियोजन के दौरान महिला बंध्याकरण सुविधा उपलब्ध कराने में राज्य में चौथे स्थान पर रहा पूर्णिया