रांची, (न्यूज़ क्राइम 24) सरला बिरला विश्वविद्यालय, रांची के तत्वावधान में आयोजित ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी द्वारा पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय शतरंज चैंपियनशिप-2025 में पटना विश्वविद्यालय की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीसरा स्थान प्राप्त किया और ऑल इंडिया शतरंज चैंपियनशिप-2025 के लिए क्वालीफाई कर लिया।
पटना विश्वविद्यालय की टीम में शामिल खिलाड़ी पीयूष कुमार मिश्रा, रूपेश बी रामचन्द्र, मो. तबशीर, पीयूष कुमार, हर्ष वर्धन सहाय, टीम मैनेजर पटना लॉ कॉलेज के सहायक प्रोफेसर सौरभ थे, जबकि कोच चंदन कुमार चंचल (पूर्व शतरंज खिलाड़ी एवं पटना विश्वविद्यालय टीम के पूर्व कप्तान) ने टीम का मार्गदर्शन किया।
उत्कल विश्वविद्यालय को हराकर तीसरा स्थान हासिल किया-
चैंपियनशिप में पूर्वी भारत के बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, कोलकाता, मणिपुर, छत्तीसगढ़, असम आदि राज्यों के 26 विश्वविद्यालयों ने भाग लिया।
आखिरी राउंड में पटना विश्वविद्यालय का मुकाबला उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर से हुआ, जिसमें पटना विश्वविद्यालय ने 3-1 से जीत दर्ज की और तीसरे स्थान पर रहते हुए ऑल इंडिया चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया।
सम्मान समारोह में हुआ टीम का अभिनंदन-
चैंपियनशिप के समापन पर मुख्य अतिथि झारखंड उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस (डॉ.) एस. एन. पाठक ने पटना विश्वविद्यालय की टीम, कोच एवं मैनेजर को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
पटना विश्वविद्यालय में जश्न का माहौल-
पटना विश्वविद्यालय के इस ऐतिहासिक जीत पर पूरे विश्वविद्यालय में खुशी की लहर है। कुलपति प्रो. अजय कुमार सिंह ने खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा—
“आप सभी विश्वविद्यालय के आभूषण हैं। आपकी मेहनत की वजह से आज पटना विश्वविद्यालय अपनी खोई हुई अस्मिता को पुनः प्राप्त कर रहा है।”
बधाई देने वालों में शामिल प्रमुख प्रो. अनिल कुमार (छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष) प्रो. सरफरुद्दीन (खेल अध्यक्ष) डॉ. दीप नारायण (खेल सचिव) प्रो. वाणी भूषण (प्राचार्य, पटना लॉ कॉलेज) प्रो. मनोज कुमार सिन्हा (कुलानुशासक) प्रो. श्यामल किशोर (परीक्षा नियंत्रक) डॉ. अभय कुमार (पटना विश्वविद्यालय शिक्षक संघ अध्यक्ष) अनिरुद्ध (कुलपति के निजी सचिव) राकेश, मो. जावेद खां (बी.एन. कॉलेज पी.टी.आई.) अमरेंद्र, संतोष, पंकज, विपिन, ताबिश, पीयूष, इक़बाल सहित अन्य शिक्षक एवं कर्मचारी। पटना विश्वविद्यालय की इस जीत से विश्वविद्यालय के खेल इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है।