जिले में 9 से 23 मार्च तक होगा पोषण पखवाड़ा का आयोजन

अररिया, रंजीत ठाकुर। पोषण के प्रति जागरुकता को लेकर जिले में आगामी 09 से 23 मार्च तक पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जायेगा. इस दौरान व्यक्तिगत व सामुदायिक स्तर पर व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से गर्भवती, स्तनपान कराने वाली महिलाएं, किशोरियों व 06 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के पोषण स्तर पर सुधार लाने, 03 से 06 वर्ष तक के बच्चों के प्रारंभिक देखभाल, शिक्षा के प्रति समुदाय को संवेदनशील बनाने के लिये विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से इसे जनआंदोलन का रूप दिये जाने का प्रयास किया जायेगा. इस वर्ष पोषण पखवाड़ा का आयोजन पोषण भी पढ़ाई भी की थीम पर आयोजित किया जायेगा. इसे लेकर आईसीडीएस, स्वास्थ्य, जीविका, पंचायती राज सहित अन्य सहयोगी संस्था के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करते कार्यक्रम के दौरान अधिक से अधिक जन सहभागिता सुनिश्चित कराते हुए कार्यक्रम की सफल बनाने का प्रयास किया जायेगा.

स्वास्थ्य व पोषण के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य

पोषण पखवाड़ा से संबंधित जानकारी देते हुए डीपीओ आईसीडीएस मंजूला व्यास ने बताया कि पोषण पखवाड़ा के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा. इसके तहत पोषण के साथ प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल, 03 से 06 साल तक के बच्चों की शिक्षा के साथ उनके सर्वांगीण विकास के प्रति समुदाय को जागरूक किया जायेगा. समुदाय को पोषण के प्रति जागरूक करते हुए पारंपरिक व स्थानीय आहार विविधता को अपनाने के लिये प्रेरित किया जायेगा. गर्भवती व धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के साथ-साथ बच्चों के बेहतर के प्रति जागरूक किया जायेगा. इतना ही नहीं पखवाड़ा के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर वर्षा जल संचयन, टिकाऊ खाद्य प्रणाली, आयुष प्रथा के माध्यम से एनीमिया, वाश व डायरिया प्रबंधन संबंधी उपायों के प्रति जागरूक किया जाना है. इसे ध्यान में रखते हुए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाना है.

जागरूकता संबंधी विभिन्न गतिविधियों का होगा आयोजन

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जिला पोषण समन्वयक कुणाल श्रीवास्तव ने बताया कि पोषण पखवाड़ा के तहत 09 मार्च को जिला परियोजना केंद्र के स्तर से पोषण रैली, प्रभात फैरी, साइकिल रैली का आयोजन किया जायेगा. 11 मार्च को प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल व शिक्षा विषय पर शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. 12 मार्च को प्रारंभिक बाल्यावस्था व शिक्षा विषय पर बच्चों के अभिभावकों व आम लोगों के साथ चौपाल का आयोजन किया जायेगा. इसी उद्देश्य को लेकर 11 मार्च को गृह भ्रमण कार्यक्रम निर्धारित है. 09 से 14 मार्च के बीच बच्चों के लिये विशेष मेला का आयोजन किया जायेगा। प्राकृतिक व अनुपयोगी व स्वास्थ्य हितकर वस्तु से बच्चों को खेलने के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से स्थानीय स्तर पर मेला का आयोजन किया जायेगा. 15 से 18 मार्च के बीच आंगनबाड़ी के स्तर से 0 से 06 साल के बच्चों के वजन, ऊंचाई-लंबाई की माप कर कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर देखभाल संबंधी उचित परामर्श अभिभावकों को दी जायेगी। 19 मार्च को व्यापक पैमाने पर अन्नप्रशासन सह स्कूल पूर्व दिवस का आयोजन किया जायेगा।

सामुहिक प्रयास से अभियान होगा सफल

सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि आईसीडीएस, स्वास्थ्य, जीविका, ग्रामीण कार्य विभाग सहित संबंधित अन्य संस्थाओं के आपसी समन्वय से निर्धारित कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये जरूरी पहल की जायेगी. पोषण पखवाड़ा के तहत मोटे अनाज के उपयोग का महत्व, स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता, गर्भवती महिला व नवजात के बेहतर देखभाल, टीकाकरण सहित संबंधित अन्य विषयों पर जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से समुदाय स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाना है।

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