फुलवारी के पूर्व वार्ड पार्षद का भांजा शराब तष्कर मो जाहिद उर्फ़ सोनू यूपी में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ मे हुआ ढेर

फुलवारी शरीफ, अजित, (न्यूज़ क्राइम 24) उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के गमहर थाना क्षेत्र में आरपीएफ के दो जवानों की हत्या के सनसनीखेज मामले में एक लाख का इनामी फुलवारी शरीफ़ के पूर्व वार्ड पार्षद असगर अली का भांजा मो जाहिद ऊर्फ सोनू उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हो गया जिसकी इलाज के क्रम में मौत हो गई. मरने वाले की पहचान पटना के फुलवारी शरीफ मंसूर मोहल्ला निवासी मुस्तफा के सबसे छोटे पूत्र जाहिद के रूप में होते ही फुलवारी शरीफ में उसके परिवार वालों में कोहराम मच गया. मंगलवार की देर रात यूपी से एनकाउंटर में मारे गए जाहिद का शव लेकर परिजन फुलवारी शरीफ मंसूर गली पहुंचे जहां लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. परिवार के लोगों ने साफ कहा कि मुसलमान के बेटा को यूपी सरकार ने जानबूझकर एनकाउंटर में मरवा डाला.

वहीं मंगलवार के सुबह-सुबह जैसे ही जाहिद के एनकाउंटर में मारे जाने की खबर मिली जेडीयू नेता सह पूर्व वार्ड पार्षद असगर अली अपने परिवार के लोगों के साथ यूपी के लिए रवाना हो गए.वहीं शराब तष्कर मो जाहिद ऊर्फ सोनू के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम मंगलवार की मध्य रात्र फुलवारी शरीफ थाना पहुंची और फुलवारी शरीफ थाना पुलिस के सहयोग से मुस्तफा के घर पहुंची,जहां से पुलिस ने जाहिद के मँझले भाई पींटू को अपने साथ लेकर गमहर थाना चली गई है. फुटपाथ पर फुलवारी शरीफ में सब्जी बेचने वाले मोहम्मद मुस्तफा के तीन बेटे मे सबसे बड़ा मो अबाबील,मंझला पिंटू और सबसे छोटा मारा गया जाहिद ऊर्फ सोनू था. वहीं जाहिद की पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की खबर के बाद पूरे मोहल्ले में यह खबर आग की तरह फैल गई. परिवार के लोगों के मुताबिक मृतक के परिवार के कई सदस्य गमहर थाना पहुंच गये हैं ताकि वह शव को फुलवारी शरीफ ला सके.

वहीं इस मामले में जाहिद के पिता मुस्तफा और मां साजिदा खातून ने बताया कि तीन बेटा और तीन बेटी में जाहिद सबसे छोटा बेटा था. वह विवाह कर अपनी पत्नी बच्चों के साथ हारून नगर में किराये के मकान में रहता था. उसका अपराध से कोई लेना देना नहीं था और ना ही उस पर कोई अपराधिक मामला किसी भी थाना में दर्ज है.उसे रविवार की शाम तक फुलवारी शरीफ में देखा गया है उसके बाद उसका कोई अता पता नहीं चला और अचानक से सूचना मिली कि उसकी पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है.परिजनों का कहना है कि उस पर किसी भी थाना में कोई अपराधिक मामला दर्ज नहीं था. उसे पुलिस घर से लेकर गई और फिर मार कर मुठभेड़ का रंग दे रही है.परिवार और मुहल्ले वाले इस बात से अनभिज्ञता जता रहे थे की जाहिद यूपी में दो पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में संलिप्त था और पुलिस उसे तलाश कर रही थी.

मोहल्ले के लोगों ने बताया कि वह अभी हारून नगर में किराया में रहता था और चार बच्चे भी साथ में रहते थे. लोगों ने बताया कि जाहिद ने अपनी मर्जी से शादी किया था बच्चे उसके हैं या किसी और के यह नहीं बता सकते. मंगलवार की दोपहर बाद फुलवारी शरीफ़ थाना पुलिस थाना अध्यक्ष मशहूद अहमद के साथ मंसूर गली में मोहम्मद जाहिद के घर पहुंची और उसके परिवार वालों से पूछताछ कर उसके बारे में पूरी जानकारी ली.पुलिस ने यहां से कागजी कार्रवाई करके वापस लौट गई. कोई सुबह से देर रात तक उसके दरवाजे पर मंसूर गली में लोगों की भीड़ जमा रही और डेड बॉडी का लोग आने का इंतजार कर रहे थे.

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पुलिस सूत्रों के मुताबिक वहीं मंगलवार की अहले सुबह गमहर पुलिस की एक टीम फुलवारी शरीफ थाना पहुंची और फुलवारी शरीफ थाना के पुलिस के साथ मुस्तफा के घर गई. जहां से वह जाहिद के मँझले भाई पींटू को फुलवारी शरीफ थाना लेकर आई और आवश्यक कागजी करवाई करने के बाद उसे अपने साथ गमहर उत्तर प्रदेश लेकर चली गई है.

दरअसल,मोहम्मद जाहिद शराब तस्करों की गैंग से जुड़ा हुआ था.उत्तर प्रदेश के नोएडा एसटीएफ और गाजीपुर पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में वो गंभीर रूप से घायल हो गया. यह मुठभेड़ गाजीपुर के दिलदारनगर थाना इलाके में हुई. पुलिस टीम उसे अस्पताल ले गयी जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.जाहिद ने बीते अगस्त महीने की 19-20 तारीख की रात में बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में आरपीएफ के दो जवानों जावेद खान और प्रमोद कुमार की हत्या की थी और फरार हो गया था, जिसके बाद उस पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.

पटना के फुलवारी शरीफ नगर परिषद के वार्ड नंबर 13 स्थित मंसूर गली का रहने वाला था. मोहम्मद जहीदुल सोनू का मामा असगर अली जदयू में है और पूर्व वार्ड पार्षद रह चुका है. इस बदमाश के ऊपर अपहरण, मारपीट और शराब तस्करी के कई केस दर्ज हैं. लंबे समय से फरार चल रहे जाहिद को यूपी एसटीएफ ने गाजीपुर जिले के दिलदारनगर इलाके में मुठभेड़ में घायल कर दबोच लिया, लेकिन
अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया. उसके
कब्जे से एक अवैध पिस्टल 32 बोर, दो खोखा
कारतूस और एक बैग अवैध देसी शराब बरामद
हुआ.

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