मेदांता ने शुरू किया ‘जानता है मेदांता’ अभियान, कैंसर जागरूकता को दिया नया आयाम

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&NewLine;<p><&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p><strong>फुलवारीशरीफ&comma; अजित।<&sol;strong> भारत में हर 9 में से 1 व्यक्ति को जीवनकाल में कैंसर होने की संभावना है&period; पुरुषों में फेफड़ों का कैंसर और महिलाओं में स्तन कैंसर सबसे आम है&period; इसी को ध्यान में रखते हुए इस अभियान की शुरुआत स्तन कैंसर जागरूकता से की गई है। मेदांता अस्पताल ने कैंसर जागरूकता के लिए एक अनोखे अभियान &OpenCurlyQuote;जानता है मेदांता’ की शुरुआत की है&period; इस पहल का उद्देश्य कैंसर के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाना&comma; समय पर पहचान को प्रोत्साहित करना और उपचार के महत्व को उजागर करना है&period;मेदांता ने इसके साथ &OpenCurlyDoubleQuote;आओ देखो सीखो” कियोस्क की भी शुरुआत की है&comma; जहाँ महिलाएँ विशेषज्ञों की देखरेख में सिम्युलेटर के ज़रिए सुरक्षित माहौल में स्व-जांच सीख सकेंगी&period; इसके अलावा&comma; मेदांता की टीम खेल&comma; सर्वाइवर मीट और ग्रामीण जागरूकता अभियानों के ज़रिए 100 से अधिक समुदायों और 5000 परिवारों तक यह संदेश पहुँचाएगी कि कैंसर से डर नहीं&comma; जागरूकता ही बचाव है।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>मेदांता का कहना है कि &OpenCurlyQuote;जानता है मेदांता’ सिर्फ एक टैगलाइन नहीं&comma; बल्कि एक वादा है। हर मरीज और उसके परिवार के संघर्ष&comma; दर्द और सवालों को समझते हुए उनके साथ खड़े रहने का संकल्प।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>महिलाओं को मासिक स्तन स्व-जांच के लिए प्रेरित करने हेतु &OpenCurlyDoubleQuote;बन्नो की रस्म” नामक एक भावनात्मक लघु फिल्म जारी की गई है&comma; जिसे सोशल मीडिया पर अब तक 30 लाख से अधिक लोगों ने देखा है&period; साथ ही&comma; डॉक्टर-निर्देशित &OpenCurlyDoubleQuote;3 स्टेप्स&comma; 3 मिनट्स” वीडियो के माध्यम से स्व-जांच की सरल विधि समझाई जा रही है।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>डॉ&period; निहारिका रॉय&comma; सीनियर कंसलटेंट&comma; ब्रेस्ट सर्विसेज&comma; मेदांता पटना ने कहा कि स्तन कैंसर भारत में महिलाओं में सबसे आम बीमारी है&comma; और इसका समय पर पता लगाना ही सबसे बड़ी सुरक्षा है&period; &OpenCurlyQuote;जानता है मेदांता’ और &OpenCurlyQuote;बन्नो की रस्म’ जैसी पहलें महिलाओं को आत्मविश्वास और जागरूकता दोनों प्रदान करती हैं।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>डॉ&period; रवि शंकर सिंह&comma; मेडिकल डायरेक्टर&comma; मेदांता पटना ने कहा मेदांता केवल इलाज नहीं करता&comma; बल्कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और रोकथाम के लिए भी प्रतिबद्ध है&period; यह अभियान समाज में झिझक को तोड़ने और आत्म-देखभाल की संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम है।<&sol;p>&NewLine;

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