जमुई में जातिसूचक शब्द कहने व गाली-गालौज करने मामले में दो पर मुकदमा दर्ज

जमुई(न्यूज क्राइम 24): लगातार विवादों में रहे महिसौड़ी निवासी मोहम्मद हाशिम उर्फ भोलू फिर अनुसूचित जाति/जनजाति मामले में घिर गए हैं। इस बार उनके साथ विवादों में महिसौड़ी निवासी मोहम्मद खिताब आलम का भी नाम जुड़ गया है। हाल ही में महिसौड़ी स्थित मस्जिद मार्केट के दूकान को लेकर दो पक्षों के बीच हुए मारपीट में जेल तक का सफर होने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि अब फिर जेल जाने की संभावना बनती जा रही है, और दिन प्रतिदिन सुलह व समझौते के बजाए जाति सूचक शब्द कहने वाला मामला गहराता जा रहा है।

दरअसल नगर परिषद क्षेत्र के बिठलपुर निवासी विष्णुदेव पासवान के पुत्र सुशील कुमार पासवान ने एससी/एसटी थाना में आवेदन देकर जाती सूचक शब्द कहते हुए गाली-गलौज करने और जान मारने की धमकी देने का आरोप लगाकर महिसौड़ी निवासी मो.हाशिम उर्फ भोलू और मो.खेताब आलम पर मोकदमा दर्ज कराया है साथ ही दोनो पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। आवेदन में सुशील कुमार पासवान ने बताया कि वे नगर परिषद में कर संग्रहकर्ता के पद पर कार्यरत हैं।

23 मार्च की दोपहर मो.हाशिम उर्फ भोलू व मो.खेताब आलम नगर परिषद कार्यालय आया और उससे महिसौड़ी का कागजात मांगने लगा। जब वे बोले कि कार्यालय का कागजात देने के लिए वे प्राधिकृत नहीं है तब उन दोनों के साथ अन्य लोगों के द्वारा जाति सूचक शब्द कहते हुए गाली-गलौज किया जाने लगा, और फाइल छिनने व फाड़ने लगे। उसके बाद उनलोगों के द्वारा कहा गया कि कर संग्रहण का कार्य करने के लिए क्षेत्र में जाने पर मारने की धमकी दी गई।

इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि अभी-अभी जेल से बाहर आए हैं, उन पर कई मुकदमे चल रहे हैं एक और मुकदमा हो जाएगा तो उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा। दिए गए आवेदन में सुशील ने कहा कि इससे पहले भी क्षेत्र में व शगुन वाटिका के पास उन लोगों के द्वारा गाली- गालौज व जान मारने की धमकी दी जा चुकी है। जिससे उन्हें क्षेत्र में काम करने में भय बना हुआ है। इसलिए उन्होंने मोहम्मद हाशिम उर्फ भोलू और मोहम्मद खेताब आलम सहित अन्य चार, पांच अज्ञात लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है।

एससी/एसटी मुकदमा में फंसाने का लगाया आरोप

महिसौड़ी मोहल्ला निवासी मो.हाशिम उर्फ भोलू और खेताब आलम ने एससी/एसटी मामले को झूठा बताया है। इस मामले में एसडीपीओ डाक्टर राकेश कुमार को विभिन्न लोगों का हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर खुद को निर्दोष बताया है। साथ ही वार्ड पार्षद मो. फिरोज आलम उर्फ डीसू पर झूठा मुकदमा कराने का आरोप लगाया है। आवेदन में बताया गया है कि उनके घर के जमीन का कागजात आरटीआई से मांगने पर एससी/एसटी मुकदमा दर्ज कराया गया है। आवेदन में उक्त जमीन को पंचमन्दिर का और जमाबंदी श्री श्री 108 बताया गया है।

अफवाह फैलाकर की जा रही केस से बचने की कोशिश

महिसौड़ी वार्ड संख्या 13 के वार्ड पार्षद फिरोज आलम उर्फ डीसू ने बताया कि इस मामले से मेरा दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। मेरे ऊपर लगाया गया आरोप बेबुनियाद और मनगढ़ंत है। मुकदमा होने की वजह से बौखलाहट में उनलोगों के द्वारा मेरे छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। एक राजनीतिक षड्यंत्र के तहत मेरे ऊपर झूठा आरोप लगाकर खुद वो लोग केस से बचना चाह रहा है। उनलोगों की बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है, मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, तभी तो केसकर्ता से समझौता कराने का मेरे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है।

कोट

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एससी/एसटी का एक मामला मेरे संज्ञान में आया है। नगर परिषद कार्यालय में जातिसूचक शब्द व गाली-गालौज करने का आरोप पीड़ित युवक के द्वारा लगाया जा रहा है। मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाए गए उसपर कार्रवाई की जाएगी।

डाक्टर राकेश कुमार, एसडीपीओ जमुई

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