एनक्वास प्रमाणीकरण की दिशा में तेजी औराही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बना उदाहरण

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&NewLine;<p><&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p><strong>पूर्णिया&comma; &lpar;न्यूज़ क्राइम 24&rpar;<&sol;strong> स्वास्थ्य सेवा को सभी नागरिकों तक सुरक्षित&comma; सुलभ और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पहुँचाना भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक&comma; जिसे सामान्यतः एनक्वास कहा जाता है&comma; लागू किया गया है। यह मानक अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में सेवाओं की गुणवत्ता&comma; स्वच्छता&comma; रोगियों की संतुष्टि&comma; संसाधनों का प्रबंधन और समग्र सेवा प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है। एनक्वास प्रमाणीकरण किसी भी स्वास्थ्य संस्था के लिए केवल उसकी कार्यकुशलता का प्रमाण नहीं होता&comma; बल्कि स्थानीय जनता के विश्वास को भी मजबूती प्रदान करता है। बड़राहा कोठी प्रखंड के औराही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ने इस दिशा में लगातार कदम बढ़ाते हुए अपने प्रयासों को गति दी है और एनक्वास प्रमाणीकरण प्राप्त करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियों को व्यवस्थित तरीके से अंजाम दे रहा है।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p><strong>राज्यस्तरीय निरीक्षण और व्यापक समीक्षा &colon;<&sol;strong><&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>राज्यस्तरीय टीम का निरीक्षण बुधवार को आयोजित किया गया&comma; जिसका नेतृत्व राज्यस्तरीय असेसर विश्वजीत कुमार और सुमन सिन्हा ने किया। निरीक्षण के दौरान टीम ने केंद्र के विभिन्न विभागों का गहन मूल्यांकन किया। इसमें प्रयोगशाला&comma; मैटरनिटी वार्ड&comma; ऑक्सिलरी सर्विस और जनरल प्रशासन विभाग शामिल थे। निरीक्षण के दौरान टीम ने प्रत्येक विभाग की कार्यप्रणाली&comma; स्वच्छता स्तर&comma; उपकरणों की उपलब्धता और कार्यकुशलता का बारीकी से आकलन किया। उन्होंने केंद्र में चल रही सेवाओं की गुणवत्ता और मरीजों के अनुभव का भी मूल्यांकन किया। निरीक्षण के दौरान कई कमियों की पहचान हुई और उनके समाधान के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश प्रदान किए गए। राज्यस्तरीय टीम ने कहा कि यह मूल्यांकन केवल निरीक्षण का हिस्सा नहीं है&comma; बल्कि इसका उद्देश्य तकनीकी&comma; प्रशासनिक और बुनियादी खामियों को दूर करना है&comma; ताकि प्रमाणीकरण प्रक्रिया में कोई बाधा न आए। वही कर्मियों के साथ बैठक करके सुधार की प्राथमिकताएं तय की गईं और सभी को अपनी जिम्मेदारी का बोध कराया गया।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p><strong>सुधार और सामूहिक प्रयास पर जोर &colon;<&sol;strong><&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>एसेसर सुमन सिन्हा ने कहा कि केंद्र के कर्मचारी मरीजों को और अधिक सुरक्षित&comma; स्वच्छ और व्यवस्थित सेवाएं प्राप्त होंगी।पहले ही एनक्वास मानकों के अनुरूप सेवाएं प्रदान करने में सक्रिय हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शेष कमियों को निर्धारित समयसीमा में समाप्त करने के लिए सभी कर्मचारियों का सामूहिक प्रयास और समर्पण आवश्यक है। उन्होंने आगे बताया कि गुणवत्ता सुधार एक सतत प्रक्रिया है और इसमें सभी विभागों की सक्रिय भागीदारी सफलता की कुंजी है। राज्य स्वास्थ्य समिति के आंतरिक आकलनकर्ताओं ने भी केंद्र के कर्मचारियों के उत्साह की सराहना की और कहा कि उनके प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को नए स्तर तक ले जाने में अहम योगदान देंगे।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p><strong>प्राथमिक लक्ष्य &&num;8211&semi; राज्यस्तरीय प्रमाणीकरण &colon;<&sol;strong><&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>डीसीक्यूओ डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान केंद्र के लिए बायोवेस्ट मैनेजमेंट&comma; स्वच्छता व्यवस्था&comma; मरीज फीडबैक सर्वे&comma; हाउसकीपिंग&comma; लांड्री&comma; इलेक्ट्रिकल ऑडिट और फायर सेफ्टी मैनेजमेंट के क्षेत्रों में सुधार हेतु सुझाव दिए गए। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी सुझावों को लागू करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। डीपीसी डॉ सुधांशु शेखर ने कहा कि एनक्वास राज्यस्तरीय प्रमाणीकरण प्राप्त करना केंद्र का मुख्य लक्ष्य है और इसके लिए अस्पताल प्रबंधन&comma; चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मी मिलकर लगातार कार्य कर रहे हैं।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p><strong>मरीजों को और अधिक सुरक्षित&comma; स्वच्छ और व्यवस्थित सेवाएं प्राप्त होंगी &colon;<&sol;strong><&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने बताया कि स्थानीय नागरिकों के लिए यह प्रयास एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में सामने आ सकता है। एनक्वास प्रमाणीकरण मिलने के बाद औराही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में उपचार लेने वाले मरीजों को और अधिक सुरक्षित&comma; स्वच्छ और व्यवस्थित सेवाएं प्राप्त होंगी। यह न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करेगा&comma; बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुँच को भी मजबूत करेगा। सिविल सर्जन ने नागरिकों से अपील की कि वे केंद्र की सेवाओं का लाभ लें और अपनी प्रतिक्रिया साझा करें&comma; ताकि सेवाओं में और सुधार किया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र में आने वाले प्रत्येक मरीज की सुरक्षा और संतुष्टि सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।एनक्वास प्रमाणीकरण की दिशा में यह कदम केवल केंद्र के लिए ही नहीं&comma; बल्कि पूरे बिकोठी प्रखंड के स्वास्थ्य ढांचे के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और विश्वास में स्थायी सुधार की उम्मीद है।<&sol;p>&NewLine;

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