समाज सुधार की मिसाल : 33 कोटि देवी-देवताओं की स्तुति के साथ सत्संग में हुआ दहेज मुक्त विवाह, बना चर्चा का विषय

पटना, अजित :पटना जिले के दानापुर सगुना मोड़ विक्टोरिया पैलेस बैंक्विट हॉल में संत रामपाल जी महाराज जी के शास्त्र प्रमाणित सत्संग का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस सत्संग में संत रामपाल जी महाराज ने शास्त्रों के आधार पर सतभक्ति के महत्व व सच्चे गुरु की पहचान के बारे में विस्तार से बताया। दहेज प्रथा, नशा और जातिवाद जैसी बुराइयों पर जोरदार रूप से आवाज उठाई। उन्होंने लोगों को स्वच्छ और आदर्श समाज बनाने की प्रेरणा दी। आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में व्याप्त धार्मिक भ्रम और आडंबरों को समाप्त कर सही मार्ग दिखाना था। सत्संग के बाद दहेज मुक्त विवाह समारोह का आयोजन भी किया गया, जिसे संत भाषा में “रमैणी” कहा जाता है।

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यह विवाह चर्चा का मुख्य विषय बना, क्योंकि इसमें न कोई दिखावा किया गया और न ही कोई फिजूलखर्ची। सादगी और 33 करोड़ देवी-देवताओं की स्तुति के साथ धर्मराज दास व अनिशा दासी का विवाह संपन्न हुआ। दहेज न लेने और न देने की इस पहल ने समाज में सकारात्मक संदेश फैलाया और लोगों को इस सामाजिक कुप्रथा के खिलाफ जागरूक किया। वर्तमान में दहेज के कारण भारत में हजारों बहन-बेटियों को प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है। ऐसे में संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी दहेज मुक्त विवाह करके समाज में एक नई मिसाल पेश कर रहे हैं। इस पहल का उद्देश्य यह है कि कोई भी बहन-बेटी दहेज के कारण अपने परिवार के लिए बोझ न बने। बिहार में हर वर्ष ऐसे अनेकों विवाह आयोजित होते हैं, जो आडंबर और दहेज से मुक्त होते हैं और सादगीपूर्ण ढंग से संपन्न किए जाते हैं।
इस आयोजन कार्यक्रम में संचालकर्ता सचिन दास, धर्मपाल दास और अखिलेश दास शामिल रहे।

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