एक ऐसी शिक्षिका, जिसके स्थानांतरण पर रो पड़े बच्चे और अभिभावक

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बलिया(संजय कुमार तिवारी): छात्र, अध्यापकों के कार्यों का विषय, विचारों का लक्ष्य तथा प्रयासों का प्रतिबिम्ब होते हैं…। यह सच शनिवार को शिक्षा क्षेत्र बेलहरी के प्रावि रासबिहारी नगर पर दिखा। मौका था, स्थानांतरित शिक्षिका अंकिता वर्मा की विदाई का। बच्चों से विदा लेते समय अंकिता भावुक हो गई। उनकी आंखों से आंसू टपकने लगा। वहीं, अपनी पसंदीदा अध्यापिका के साथ बच्चे भी रो रहे थे। माहौल ऐसा भावुक हुआ कि वहां मौजूद अभिभावकों की आंखों का भी कोर भींग गया.

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बलिया शहर के कृष्णा नगर की रहने वाली अंकिता वर्मा की तैनाती करीब पांच साल पहले बतौर सहायक अध्यापिका शिक्षा क्षेत्र बेलहरी के प्रावि रासबिहारी नगर पर हुई थी, तब विद्यालय में छात्रों की संख्या काफी कम थी। अंकिता ने बच्चों को स्कूल से जोड़ने का बीड़ा उठाया। अभिभावकों से संपर्क साधा। उन्हें बच्चों के भविष्य व पढ़ाई के महत्व के बारे में बताया। नतीजतन धीरे-धीरे स्कूल में बच्चों की संख्या बढ़ने लगी और शैक्षिक स्तर में सुधार होने लगा। अपनी ईमानदार मेहनत से शिक्षिका बच्चों व अभिभावकों के दिल में इस कदर बस गई थी कि उनके आगरा तबादले की सूचना से बच्चे मायूस हो गये। विद्यालय के प्रति उनका लगाव ही कहा जायेगा कि छुट्टी के बावजूद उन्हें विदाई देने के लिए बच्चे और अभिभावक काफी संख्या में स्कूल पहुंच गये। छात्र, अभिभावक जब अंकिता के सामने आए तो उनकी आंखें बरस पड़ीं। अंकिता भी अपनी आंसू नहीं रोक सकी। इस अवसर पर सहायक अधयापक राजेंद्र प्रसाद शुक्ला, शिक्षामित्र अजय राम, रसोइया रीता देवी व रामवती देवी, आंगनबाड़ी शुभावती देवी व शकुंतला देवी, संतोष साह, शैलेंद्र गोंड, मंतोष राम, राहुल गोंड, बबलू आदि मौजूद थे।

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