355वां प्रकाशपर्व: जो बोले सो निहाल, सतश्री आकाल.. से गूंजा पटना साहिब

पटनासिटी(रॉबिन राज, न्यूज़ क्राइम 24): सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविद सिंह जी का 355वां प्रकाश पर्व सादगी से मनाया गया। इस दौरान शबद कीर्तन, गुरूवाणी का पाठ आयोजित कर गुरू की महिमा का गुणगान किया गया, यहां श्री दरबार साहिब में भव्य धार्मिक दीवान सजाया गया है। पूरा गुरुद्वारा जगमग कर रहा है, सुंदरता देखते ही बन रही है।

कई लोग इसकी इस दृश्य की तस्वीर अपने मोबाइल में बार-बार कैप्चर कर रहे है। हालांकि कोरोना के रफ्तार ने थोड़ा फीका कर डाला है। बढ़ते संक्रमण के कारण इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ नही जुट रही है और ना ही इस बार नगर कीर्तन निकली है, लेकिन प्रबंधक कमिटी इस प्रकाशपर्व को सांकेतिक रूप से मना रहे है।

दिन प्रतिदिन कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए गुरुद्वारे में तीन दिन से चल रहे अखंड पाठ के दौरान भी कुछ ही लोगों को पाठ में भाग लेने की अनुमति दी गई थी। महामारी के मद्देनजर इस बार लंगर का आयोजन नहीं किया गया। बारी-बारी से श्रद्धालु गुरुद्वारे में आते गए और मत्था टेकने के बाद निश्चित दूरी बनाकर प्रसाद आशीर्वाद लेकर चलते रहे। सभी कार्यक्रम सांकेतिक रूप से हो रहे है।

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वहीं रात्रि 12 बजते ही ‘जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल, वाहे गुरु जी की खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह’ की गूंज से पूरा वातावरण गुरुमय हो गया. तो दूसरी तरफ प्रकाशपर्व को देखते हुए पुलिस-प्रशासन सड़कों से लेकर गुरुद्वारा के मुख्य द्वार और अंदर में जगह-जगह मुस्तैद है।

जिसका जायजा लेने और गुरु महाराज का दर्शन करने पटना के एसएसपी तख्त साहिब पहुंचे, जहां उन्होंने सबसे पहले गुरु दरबार मे मत्था टेका और गुरु महाराज से सुख शांति की कामना की, इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया। उसके बाद एसएसपी ने गुरुद्वारा में मुस्तैद पुलिसकर्मियों को दिशा-निर्देश देते हुए सुरक्षा का जायजा लिया। ताकि किसी तरह का कोई अप्रिय घटना ना हो।

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