फुलवारी शरीफ़, अजित : कायस्थ चित्रगुप्त सेना बिहार प्रदेश द्वारा बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी, चंद्रा वैन्क्वेट हॉल, भूतनाथ, पटना में भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा काफी धूमधाम से संपन हुआ. रुद्राक्ष और तुलसी माला के दानों से बनी भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति भक्तों के आकर्षन का केंद्र बना हुआ हैं.इस मूर्ति को देखने और दर्शन करने के लिए भक्त पटना के विभिन्न मुहल्लों से हजारों के संख्या में पहुंच रहे हैं. ऐसी भीड़ उमड़ रही हैं, जैसे दुर्गा पूजा में उमड़ती हैं. लोग दर्शन कर भगवान श्री चित्रगुप्त की मूर्ति के साथ सेल्फी लेने के लिए कतार में घंटों खड़े रहे.रुद्राक्ष और तुलसी माला से बनी भगवान श्री चित्रगुप्त की मूर्ति कि फोटो वायरल हो गया हैं. पूरे राज्य में रुद्राक्ष और तुलसी माला से बनी भगवान चित्रगुप्त मूर्ति की काफी चर्चा है.
इसमें मूर्ति के पीछे के बैकग्राउंड में तेजपत्ता का इस्तेमाल हुआ है. यह मूर्ति आंखों को मंत्र मुग्ध कर रही हैं. इस मौके पर देश कि प्रसिद्ध नृत्यांगना अंजुला सिन्हा को श्री चित्रगुप्त सम्मान से सम्मानित किया गया.सांस्कृतिक कार्यक्रम भी बहुत ही मनोरंजक रहा. सांस्कृतिक कार्यक्रम को अपराजिता और प्रताप कि टीम ने लोगों को झुमने पर मजबूर कर दिया. दर्जनों गायक और पचास से अधिक नर्तकों ने एक से एक प्रस्तुती से पूरे इलाके को भक्तिमय बना दिया. दर्जनों तोरण द्वार और बेजोड़ लाइटिंग ने लोगों को वाह वाह कहने पर विवश कर दिया.इस अवसर पर प्रसाद के साथ साथ लजीज भोजन वेज विरयानी, पनीर, मशरूम सहित दर्जनों सब्जी तथा मिठाई के साथ चौमिन, गोलगप्पा और मोमो आदी जैसे स्वादिष्ट भोजन का भी इंतजाम था. भोजन को पटना के प्रसिद्ध “होटल ब्ल्लिस” के शेफ द्वारा बनाया गया था.
यहां का प्रसाद भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ हैं, भक्तों को लगभग आधा किलों का मिल रहा प्रसाद शायद ही कोई एक व्यक्ति खा पाये. भक्तों को किसी प्रकार कि परेशानी न हो इसके लिए सेनाध्यक्ष पाण्डेय अखिलेश कुमार श्रीवास्तव, बी.पी.श्रीवास्तव, अवध किशोर प्रसाद, डॉ. दिपेन्द्र भूषण, गुंजन विशाल, संजीव कर्ण, डॉ सिदार्थ, शशि भूषण प्रसाद, गोपाल कृष्ण. धीरज सिन्हा, रौशन प्रियदर्शी, सुनील श्रीवास्तव, सुशील सिन्हा “मुरारी”, राजेश कुमार चौधरी, रामदेव सिन्हा, वीणा वर्मा, रूबी वर्मा, मनीषा कृष्णा, विमला कुमारी, आरती सिन्हा, दिव्या राज, अजय वर्मा, संजय सिन्हा, संजय प्रसाद, गणेश सिन्हा, धर्मेन्द्र, रघुनाथ, रत्न सिन्हा, राजीव रंजन सिन्हा, शांत मनु कर्ण, प्रो. संतोष कुमार, विकाश श्रीवास्तव आदी सहित सैकड़ो कायस्थ परिवार के लोग सक्रिय रहे.