धनबाद(न्यूज़ क्राइम 24): कतरास शिव मोहल्ला की रहने वाली सीता देवी ने अपने बेटे द्वारा नाइंसाफी के बारे में मानवाधिकार सहायता संघ की जिलाध्यक्ष शिल्पी शर्मा और मानवाधिकार सहायता संघ धनबाद बोकारो प्रभारी गौरव शर्मा से मुलाकात कर उनको सारी बातें बताएं। उन्होंने बताया कि मेरे तीन पुत्रों ने बिना बताए छुपकर हमारी पुश्तैनी जमीन भेज दी जिसमें मुझे किसी तरह का कोई भी हिस्सा नहीं दिया गया और तीनों अलग अपने मकान में रहने लगे और मुझे अकेला छोड़ दिया। बहुत प्रयास के बाद भी यह लोग मुझे भरण पोषण करने के लिए भी पैसे नहीं देते थे लेकिन मेरे छोटे और मंझले पुत्र ने सारी बातों को गंभीरता से जान कर मुझे जमीन के बंटवारे स्वरूप दो लाख देने को तैयार हुए और अपनी गलती स्वीकारी पर मेरा बड़ा पुत्र सुनील साव मुझे कुछ भी देने से इंकार कर रहा है
यहां तक कि मेरे मकान पर भी उसने ताला लगा दिया है। जब भी समाज में बंटवारे के पैसे की बात होती है तो वह आता ही नहीं और अकेले में मेरे साथ मारपीट और गाली गलौज करता है कृपया करके मेरे इस कष्ट को दूर करने की कृपा करें। सारी बातें सुनने के बाद मानवाधिकार सहायता संघ की शिल्पी शर्मा गौरव शर्मा और संजय रवानी ने तत्काल ही दूरभाष से उनके बड़े पुत्र सुनील साव से संपर्क किया और मिलने के लिए बुलाया परवाह टालमटोल करने लगा। दबाव बनाने पर वह मिलने को तैयार हुआ और अपना पक्ष रखने की बात कही। शिल्पी शर्मा गौरव शर्मा ने जांच के बाद जो सत्य होगा उसका साथ अवश्य दिया जाएगा। सीता देवी ने भी पूरे मानवाधिकार सहायता संघ के टीम को धन्यवाद दिया और न्याय के लिए उन पर भरोसा किया