जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा द्वारा लोगों को परिवार नियोजन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कार्यशाला आयोजित

पूर्णिया, (न्यूज़ क्राइम 24) विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) के उपलक्ष्य में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं के प्रति जागरूक करते हुए इच्छुक दंपतियों को आवश्यक सुविधाओं का लाभ उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभारी सिविल सर्जन डॉ ओ पी साहा की अध्यक्षता में जिले के सभी प्रखंड के स्वास्थ्य और आईसीडीएस अधिकारियों के साथ जिला समन्यवय समिति का कार्यशाला आयोजित की गई। आयोजित कार्यशाला में प्रभारी सिविल सर्जन डॉ ओ पी साहा ने सभी अधिकारियों को समुदाय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को परिवार नियोजन के विभिन्न सुविधाओं के लिए जागरूक करते हुए इच्छुक दंपत्तियों को नजदीकी अस्पताल में परिवार नियोजन सुविधा का लाभ उपलब्ध कराने का आवश्यक निर्देश दिया गया।

कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ ओ पी साहा के साथ एसीएमओ डॉ आर पी मंडल, डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, डीएमएनई आलोक कुमार, यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद, पिरामल फाउंडेशन स्वास्थ्य के प्रोग्राम लीड सनत गुहा, डिसिक्यूए डॉ अनिल कुमार शर्मा, एपिडेमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र समन्यवक दिलशाद अहमद, पीएसआई प्रोग्राम इम्प्लीमेंटेशन मैनेजर मयंक राणा, सहित सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, बीएचएम, बीसीएम, परिवार नियोजन समन्यवक और आईसीडीएस महिला पर्यवेक्षिका उपस्थित रहे। इस वर्ष जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े का थीम “विकसित भारत की नई पहचान, परिवार नियोजन हर दंपति की शान” रखा गया है।

लोगों को परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी सुविधा के लिए जागरूक करने का दिया गया निर्देश :

आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए डीसीएम संजय कुमार दिनकर ने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी सुविधा उपलब्ध है। इसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है जिससे कि लोग इसका लाभ उठाते हुए अपने दाम्पत्य जीवन को स्वस्थ और सुरक्षित रख सकते हैं। जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन के स्थायी सुविधा में शामिल महिला बंध्याकरण उपलब्ध कराने के लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को 75, अनुमंडलीय अस्पताल को 95 और राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल को 50 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके अलावा पखवाड़े के दौरानलोगों को जागरूक करते हुए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 05 और अनुमंडलीय अस्पतालों में 10 पुरूष नसबंदी कराने का लक्ष्य दिया गया है।

लोगों को परिवार नियोजन के सभी विकल्पों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए सभी प्रखंडों में ग्रामीण चौपाल और सास, बहु और बेटी सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा। इस दौरान उपस्थित लोगों को परिवार नियोजन के सभी स्थायी और अस्थायी सुविधा का लाभ उठाते हुए माँ और बच्चों को स्वस्थ रखने की आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। पखवाड़े में लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करने के सभी प्रखंडों में स्वास्थ्य मेला का भी आयोजन किया जाएगा जिसके माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के सभी अस्थायी विधियों की जानकारी देते हुए इच्छुक लाभार्थियों को आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। डीसीएम ने बदलते मौसम में ज्यादा बारिश होने और बाढ़ संभावित प्रखंडों में गर्भवती महिलाओं की लाइन लिस्ट तैयार रखते हुए संबंधित गर्भवती महिला को समय पर अस्पताल लाने के लिए स्थानीय आशा कर्मियों को अलर्ट रखने का सभी प्रखंड अधिकारियों से आवश्यक निर्देश दिया है।

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परिवार नियोजन सुविधा के लाभ उठाकर स्वस्थ और सुरक्षित रख सकते हैं दंपति :

पिरामल स्वास्थ्य के परिवार नियोजन प्रोग्राम लीड सनत गुहा ने बताया कि परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी सुविधा का लाभ उठाने पर संबंधित परिवार के साथ साथ समुदाय और देश को भी आवश्यक लाभ मिलता है। परिवार नियोजन का लाभ उठाने पर संबंधित मां को प्रसव पीड़ा के बाद स्वास्थ्य होने में, नवजात शिशु को बेहतर देखभाल करने में, अपने परिजनों को आवश्यक समय देते हुए अपना निजी उपलब्धि हासिल करने का लाभ मिलता है। वही बच्चों के बीच अंतर रखने से माँ और होने वाले दूसरे बच्चे बिल्कुल स्वास्थ्य रह सकते हैं। बच्चों के पिता को परिवार नियोजन सुविधा का लाभ उठाने से परिवार के जिम्मेदारी को आसानी से यापन करने में मदद मिलती है और परिवार का बेहतर विकास हो सकता है।

इसके लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में महिला बंध्याकरण के साथ साथ पुरूष नसबंदी सुविधा भी उपलब्ध है। लोगों को इसके लिए जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 27 जून से 10 जुलाई तक समुदायिक उत्प्रेरक पखवाड़ा और 11 जुलाई से 30 जुलाई तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। समुदायिक उत्प्रेरक पखवाड़े के दौरान लोगों को परिवार नियोजन के सभी सुविधाओं की जानकारी देते हुए इच्छुक दंपत्तियों को परिवार नियोजन सेवा पखवाड़े के दौरान आवश्यक सुविधा का लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को परिवार नियोजन सुविधा की जानकारी दी जा रही है जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोगों द्वारा इसका लाभ उठाते हुए पूरा परिवार स्वास्थ्य और सुरक्षित रह सके।

सरकारी अस्पताल से परिवार नियोजन का लाभ उठाने पर लाभर्थियों में मिलेगा सहयोग राशि :

यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद ने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों में परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी सुविधा का लाभ उठाने पर संबंधित लाभार्थियों को सहयोग राशि भी उपलब्ध कराई जाती है। अस्पताल में पुरूष नसबंदी कराने पर लाभार्थी को 3000 रुपया तथा उसके उत्प्रेरक को 400 रुपया सहयोग राशि के रूप में दिया जाता है। महिला बंध्याकरण कराने पर लाभार्थी को 2000 रुपया तथा उत्प्रेरक को 300 रुपया दिया जाता है। अस्पताल में प्रसव उपरांत महिला बंध्याकरण कराने पर लाभार्थी को 3000 रुपया तथा उसके उत्प्रेरक को 400 रुपया सहयोग राशि उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावा परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों के रूप में प्रसव या गर्भपात उपरांत कॉपर टी लगाने पर लाभार्थी को 300 रुपये तथा उत्प्रेरक को 150 रुपये तथा गर्भनिरोधक सुई अंतरा उपयोग करने पर लाभार्थी तथा उत्प्रेरक को 100 रुपये सहयोग राशि में रूप में उपलब्ध कराई जाती है। लोगों को परिवार नियोजन के स्थायी के साथ साथ अस्थायी सुविधा का लाभ उठाते हुए माँ और बच्चे को स्वस्थ और सुरक्षित रखने का आवश्यक लाभ उठाना चाहिए।

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