पूर्णिया(न्यूज क्राइम 24): अब पंचायत स्तर पर टीबी जैसी बीमारी को मिटाना पहले लक्ष्य के रूप में लिया गया है। विगत दिनों पटना में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सामान्य टीबी रोगियों को शत प्रतिशत ठीक कराने को लेकर पूर्णिया को राज्य में पहला स्थान मिलने के बाद प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है। वहीं भारत सरकार द्वारा भी कांस्य पदक से नवाजा गया है। जिसमें प्रशस्ति पत्र एवं दो लाख रुपए से सम्मानित किया जा चुका है।
जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) की शत प्रतिशत सफलता के लिए जिले में “टीबी हारेगा, देश जीतेगा” अभियान चलाया जा रहा है। क्योंकि टीबी मुक्त अभियान के तहत आगामी वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में शत प्रतिशत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण होता है। जिसको लेकर पंचायत मुक्त टीबी अभियान चलाया जा रहा है।
राज्य सरकार द्वारा पंचायतों को टीबी मुक्त करने का निर्णय स्वागतयोग्य: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि
राज्य सरकार द्वारा जिलों के पंचायतों को टीबी मुक्त अभियान के शुभारंभ के बाद जिला स्तर पर कवायद तेज कर दी गई है। क्योंकि अब राज्य सरकार ने पंचायतों को टीबी मुक्त करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत प्रभावित पंचायतों का चयन किया जाएगा। चिह्नित पंचायतों में प्रति एक हजार जनसंख्या पर 50 संभावित मरीजों की खोज की जाएगी। मरीज मिलने के बाद उस पंचायत में जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। वहीं प्रति एक हजार की आबादी पर दो अथवा इससे कम मरीज मिलने की स्थिति में उक्त पंचायत को टीबी मुक्त घोषित किया जाएगा। जिसके लिए पंचायत से लेकर जिला स्तर की टीम समीक्षा करने के बाद ही सत्यापित करेगी।
ग्रामसभा द्वारा पंचायतों को किया जाएगा टीबी मुक्त करने का दावा: सीडीओ
जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मिहिरकान्त झा ने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर टीबी मुक्त पंचायत घोषित करने के लिए पंचायत विकास योजना में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम से संबंधित गतिविधियों को शामिल करना होगा। सामुदायिक स्तर पर टीबी के लक्षणों, जांच एवं उपचार की निःशुल्क व्यवस्था, सरकार द्वारा टीबी रोगियों तथा इलाज़ में मिलने वाली लाभ के बारे में जानकारी देनी होगी। जन आरोग्य समिति, ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समितियों की मासिक व त्रैमासिक बैठकों में टीबी पंचायत घोषित करने की शर्तों, संकेतकों पर प्रगति की टीबी मुक्त करने की दिशा में समीक्षा एवं कठिनाइयों के समाधान के लिए सार्थक प्रयास करना होगा। पंचायत एवं ग्राम स्तर पर टीबी मुक्त पंचायत घोषित करने के क्रम में पहचान की गई समस्याओं के समाधान के लिए उपलब्ध संसाधनों की मैपिंग एवं सदुपयोग का प्रयास करना है। साथ ही समाज के सक्षम लोगों द्वारा टीबी रोगियों को फूड बास्केट प्रदान करने को लेकर प्रेरित कर निक्षय मित्रों की संख्या में इज़ाफ़ा करने की आवश्यकता है।
ग्राम पंचायतों के सहयोग से टीबी उन्मूलन का प्रयास: राजेश शर्मा
जिला टीबी एड्स समन्यवयक राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि देश से टीबी मुक्त पंचायत का शुभारंभ किया जा चुका है। जिसका मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायतों के सहयोग से टीबी उन्मूलन की दिशा में कार्य करना है। जिसके तहत पंचायती राज संस्थाओं का सशक्तीकरण किया जा सके। इसके साथ ही वह टीबी की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझ कर आकलन करते हुए स्थानीय व्यवस्थानुसार समाधान की दिशा में भी आवश्यक कदम उठाया जाए। ताकि पंचायतों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बने तथा पंचायतों द्वारा टीबी उन्मूलन में किये गए प्रयासों की सराहना की जाए।
इसके लिए ग्राम पंचायतों के साथ आयोजित बैठकों में जिला के संचारी रोग पदाधिकारी (टीबी) एवं जिला पंचायती राज्य पदाधिकारी अथवा उनके प्रतिनिधि द्वारा कार्यक्रम की रूप रेखा, गतिविधियां एवं स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा एवं गैर सरकारी सहयोगी संगठनों, टीबी चैम्पियन, निक्षय मित्र आदि महत्त्वपूर्ण हितग्राहियों के बीच परस्पर समन्वय, संवाद एवं साझा दायित्व पर जानकारी दी जाएगी।