पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पैरे में चोट लगने के बाद उन्होंने सीने में भी दर्द की शिकायत की . इसके बाद उन्हें फिलहाल कोलकाता स्थित एसएसकेएम अस्पताल के ट्रामा सेंटर में ले जाया गया है. अस्पताल में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी भी पहुंच गये हैं. यहां पर काफी संख्या में तृणमूल समर्थक भी पहुंच गये हैं.
अस्पताल में ममता बनर्जी का इलाज करने के लिए छह सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन उनके अस्पताल पहुंचने से पहले ही कर दिया गया था. इस मेडिकल बोर्ड में हड्डी विभाग, जनरल मेडिसीन, एनेसथीसिया, इमरजेंसी, सर्जरी और न्यूरो सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष शामिल हैं.
दरअसल, ममता बनर्जी को हल्दिया से नंदीग्राम जाना था. वह पूजा करने के लिए एक मंदिर में गयीं थीं. ममता बनर्जी ने कहा है कि जब वह मंदिर से निकलने के बाद अपनी कार में बैठने जा रहीं थीं, तभी किसी ने कार के गेट को जोर से धक्का मारा, जिसकी वजह से वह गिर गयीं. उनके पैर में चोट आयी है.
ममता बनर्जी ने इस घटना को साजिश बताया है और कहा है कि वह इसके खिलाफ चुनाव आयोग जायेंगी. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अर्जुन सिंह ने कहा है कि ममता बनर्जी सहानुभूति पाने की कोशिश कर रही हैं. यह पूरी तरह से पुलिस की नाकामी है. यदि ममता बनर्जी पर किसी ने हमला किया, तो वह भाग कैसे गया.
इससे पहले ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें नंदीग्राम जाना था, लेकिन अब वह वहां नहीं जायेंगी. उनके पैर में प्लास्टर हुआ है और वह अब कोलकाता लौट रही हैं. उल्लेखनीय है कि नंदीग्राम में दूसरे फेज में 1 अप्रैल को चुनाव है. यहां उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शुभेंदु अधिकारी मैदान में हैं.
शुभेंदु ने अभी तक अपना नामांकन दाखिल नहीं किया है. भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी 12 मार्च को अपना पर्चा दाखिल करेंगे. इस बीच, संयुक्त मोर्चा (कांग्रेस-वाम मोर्चा-इंडियन सेक्युलर फ्रंट के गठबंधन) ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के टिकट पर मीनाक्षी मुखर्जी को मैदान में उतार दिया है।