गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों का एनआरसी में इलाज सुनिश्चित कराएं स्वास्थ्य अधिकारी

अररिया, रंजीत ठाकुर : अति गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के समुचित इलाज के लिये सदर अस्पताल परिसर में पोषण पूनर्वास केंद्र यानी एनआरसी संचालित किया जा रहा है। जहां अति गंभीर रूप से कुपोषित वैसे बच्चे जिनमें चिकित्सकीय जटिलता पायी गयी हो, उन बच्चों के इलाज के लिये पोषण पुनर्वास केंद्र में इलाज का समुचित इंतजाम उपलब्ध है। संबंधित स्वास्थ्य संस्थान व आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से ऐसे कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर इलाज के लिये पोषण पुनर्वास केंद्र रेफर किये जाने का प्रावधान है ताकि कुपोषित बच्चों का समुचित इलाज संभव हो सके। स्वास्थ्य विभाग पोषण पुनर्वास केंद्र की सुविधा से अधिक से अधिक जरूरतमंद बच्चों को लाभान्वित करने को लेकर प्रयासरत है। केंद्र में इलाज के लिये बीमार बच्चों के दाखिला की संख्या को बढ़ाने के लिये सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप द्वारा महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया गया है।

स्वास्थ्य अधिकारियों को दिये जरूरी निर्देश-

पोषण पुनर्वास केंद्र में बीमार बच्चों के दाखिला को बढ़ाने के लिये सिविल सर्जन ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य प्रबंधक को पत्र जारी कर कड़े निर्देश दिये हैं। संबंधित पत्र में पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर सभी प्रखंड से कम से कम दो बीमार बच्चों को इलाज के लिये पोषण पुनर्वास केंद्र में दाखिल कराने का सख्त निर्देश दिया गया है। जारी निर्देश में कहा गया है कि आदेश के बावजूद अगर पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चों का दाखिला नहीं होने पर इसे कार्य व जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाही उदासीनता व मनमानी व सरकारी निर्देश का उल्लंघन मानते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अग्रेतर कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है।

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अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश एनआरसी-

गौरतलब है कि न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर यानी एनआरसी सदर अस्पताल परिसर में हाल ही में बन कर तैयार फिल्ड अस्पताल में संचालित है जो कुपोषित बच्चों के इलाज से जुड़ी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैश है। प्रशिक्षित चिकित्सक, नर्स व कर्मी एनआरसी में प्रतिनियुक्त हैं। साथ ही केंद्र में दाखिल बच्चे के एक अभिभावक के लिये केंद्र में रहने व खाने पीने की सुविधा के साथ उन्हें श्रम क्षतिपूर्ति राशि के रूप में 100 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भुगतान किया जाता है। इतना ही नहीं उन्हें रोजमर्रा उपयोग की चीजें जैसे साबुन, तेल सर्फ सहित अन्य सामग्री भी नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है। वहीं आशा द्वारा कुपोषित बच्चों को केंद्र में दाखिल कराने पर उन्हें इंसेंटिव के रूप में 250 रुपये का भुगतान किया जाता है। इतना ही नहीं उन्हें रोजमर्रा उपयोग की चीजें जैसे साबुन, तेल सर्फ सहित अन्य सामग्री भी नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने अभिभावकों से अपने बीमार बच्चों के समुचित इलाज के लिये एनआरसी में दाखिल कराने की अपील की।

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