गोवर्धन और अन्नकूट पूजा, जानिए पूजन का शुभ मुहूर्त

गोवर्धन दीपावली के अगले दिन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा या अन्नकूट का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से गाय, बैल, बछड़े और घर के पालतू पशुओं की पूजा की जाती है। पौराणिक कथा के अनुसार इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने मथुरावासियों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत उठाया था। इस दिन मथुरा में गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करने का विधान है। इसके अलाव इस दिन लोग अपने घरों में गोबर से गोवर्धन पर्वत बना कर उसका पूजन करते हैं। इस दिन नई फसल के अनाज से भी पूजन किया जाता है, इसे ही अन्नकूट कहा जाता है।

गोवर्धन पूजा की तिथि : गोवर्धन पूजा या अन्नकूट का त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथी को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार इस साल प्रतिपदा तिथि 05 नवंबर को रात्रि 02 बजकर 44 मिनट शुरू होकर दिन में 11 बजकर 14 मिनट तक रहेगी। उदयातिथि होने के कारण प्रतिपदा तिथि 05 नवंबर को ही मानी जा रही है। गोवर्धन पूजा या अन्नकूट पूजा 05 नवंबर , दिन शुक्रवार को की जाएगी।

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गोवर्धन पूजा का मुहूर्त : गोवर्धन या अन्नकूट की पूजा सुबह की जाती है। इस दिन प्रातः काल उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो कर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत का निर्माण किया जाता है। इस पर्वत पर अन्न,खील, लावा, चीनी की मिठाईयां आदि चढ़ाई जाती है। इस दिन पूजा करने के शुभ मुहूर्त सुबह 5 बज कर 28 मिनट से लेकर सुबह 7 बजकर 55 मिनट तक पूजन का शुभ मुहूर्त। पूजन का दूसरा शुभ मुहूर्त शाम को 5 बजकर 16 मिनट से 5 बजकर 43 मिनट तक है।

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