अररिया, रंजीत ठाकुर गांवों में खेल मैदान की कमी से परेशान खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है. खिलाड़ियों के लिए सरकार उनके गांवों में हीं खेल मैदान की व्यवस्था में जुट गयी है और इसके लिए आवश्यक पहल भी शुरू हो गयी है. बताते चलें कि मनरेगा से रोजगार के साथ-साथ अब स्वास्थ्य से जुड़ी मामलों पर भी खाका खींचने की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है. मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह के निर्देशानुसार सभी पंचायतों में खेल मैदान का निर्माण कार्य काफी जोर-शोर से किया जा रहा है. इसको लेकर मंगलवार को भरगामा प्रखंड मुख्यालय परिसर के मनरेगा कार्यालय में बैठक हुई. इस बैठक की अध्यक्षता मनरेगा के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी विनय कुमार ने की.
बैठक में पीओ ने सभी पंचायतों से खेल मैदान बनाने के प्रस्ताव नहीं आने के कारणों की समीक्षा की. जिस पंचायतों में जमीन मिलने में समस्या आ रही है,वैसी पंचायतों में वहां के बुद्धिजीवी लोगों से संपर्क कर जनभागीदारी से इस कार्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया गया. साथ हीं श्रम पोर्टल पर मजदूरों के पंजीयन पर भी चर्चा हुई. इस दौरान सभी ग्राम पंचायतों के मुखिया से अपनी-अपनी पंचायत में न्यूनतम एक अधिकतम पांच खेल मैदान निर्माण करवाने पर बल दिया गया. बताया गया कि एक खेल मैदान पर औसतन 10 से 12 लाख रुपये खर्च होंगे.
15 नवंबर तक हर हाल में इसकी प्रशासनिक स्वीकृति लेनी अनिवार्य है. इस बैठक के दौरान पीओ ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि सभी पंचायतों में खेल मैदान का निर्माण हो जाने से ग्रामीण प्रवेश में पल रहे युवा खिलाड़ियों के प्रतिभा को निखारने में मदद मिलेगी. ग्रामीण क्षेत्र से राज्य स्तरीय,अंतरराष्ट्रीय स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर भी खिलाड़ियों की प्रतिभा निखरेगी. इस मौके पर पीओ विनय कुमार के अलावे लेखापाल रविन्द्र पासवान,जेई मोहम्मद शाहनवाज कैफी,मुखिया संघ के अध्यक्ष व सभी पंचायतों के मुखिया एवं पीआरएस मौजूद थे.