फुलवारी शरीफ, (न्यूज़ क्राइम 24) गया के डीएसपी महताब आलम जब अपने बचपन के स्कूल नजम हाई स्कूल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे, तो यादों के गलियारों में खो गए। विद्यालय के निदेशक और कांग्रेस नेता नजमुल हसन नजमी सर को देखते ही उन्होंने आदरपूर्वक झुककर आशीर्वाद लिया। यह क्षण बेहद भावुक करने वाला था, जब कभी इसी स्कूल के छात्र रहे महताब आलम आज एक सफल पुलिस अधिकारी के रूप में अपने गुरु और छात्रों के बीच खड़े थे।
बचपन की यादें और प्रेरणादायक संदेश
डीएसपी महताब आलम ने मंच से छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अनुशासन, मेहनत और लगन से हर कोई अपने सपनों को साकार कर सकता है। उन्होंने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए बताया कि नजमी सर से वे हमेशा डरते थे, क्योंकि वे अनुशासन को लेकर बेहद सख्त थे। लेकिन आज, उन्हीं की सिखाई हुई बातें उन्हें इस मुकाम तक लाने में मददगार साबित हुईं।
नजमी सर की खुशी और गर्व का क्षण
विद्यालय के निदेशक नजमुल हसन नजमी सर ने इस मौके पर कहा कि उन्होंने अपने हर छात्र को एक बीज की तरह सींचा है, ताकि वे आगे चलकर बड़े पदों पर पहुंचें और समाज की सेवा करें। उन्होंने गर्व से कहा कि आज उनके स्कूल का एक छात्र डीएसपी बनकर लौटा है, जो न केवल उनके लिए बल्कि पूरे विद्यालय और समाज के लिए गर्व की बात है।
संघर्ष और सफलता की कहानी
डीएसपी महताब आलम के संघर्ष की कहानी भी बेहद प्रेरणादायक है। उनके पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था, लेकिन उनकी मां ने कठिन परिस्थितियों में भी अपने बच्चों को शिक्षित कर एक उज्जवल भविष्य दिया। महताब आलम के भाई-बहन भी आज प्रतिष्ठित पदों पर कार्यरत हैं, जो इस परिवार की मेहनत और संघर्ष की मिसाल है।
भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम और सम्मान समारोह
वार्षिकोत्सव के इस खास मौके पर विद्यालय के छात्रों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। मुख्य अतिथि डीएसपी महताब आलम और अन्य गणमान्य अतिथियों ने प्रतिभावान बच्चों को सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर डीएसपी की पत्नी और बच्चे भी मौजूद रहे, जिससे यह आयोजन और भी खास बन गया।
फुलवारी शरीफ के नजम हाई स्कूल में यह यादगार आयोजन केवल एक समारोह ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गया, जहां एक साधारण छात्र भी अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत से ऊंचाइयों को छू सकता है।