पटना: आम आदमी पार्टी बिहार के प्रदेश प्रवक्ता बबलू प्रकाश ने CM नीतीश की शराबबंदी की पोल खोलते हुए कहा कि- नशे पदार्थों के कारोबार में बिहार ‘उड़ता बिहार’ बनता जा रहा है। बिहार में नशा का काला धंधा खूब फलफूल रहा है। शराबबंदी का ढोल पीटने वाली बिहार सरकार का सिस्टम संगठित अबैध शराब, गांजा कारोबारियों को कारोबार करने का छूट दे रखा है। जिसका नतीजा यह है कि शहर के मोहल्लों से लेकर गांव के गलियों तक धरल्ले से शराब, गांजा, चरस बिक रहा है। गोपालगंज, मुजफ्फरपुर में पिछले पांच दिनों में जहरीली शराब पीकर 10 लोगों की जान चली गई।
बबलू ने बताया कि- बिहार में शराबबंदी के बाद ड्रग्स की ओर युवाओं का रुझान बढ़ गया है, आंकड़े चिंता बढ़ाने वाली है। पटना के गली मोहल्लों में गांजा, चरस और बीएस नामक पाउडर धडल्ले से बिक रहा है। जिसको कम उम्र के बच्चे पीकर बर्बाद हो रहे हैं।
नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो का आंकड़े बताते हैं कि- 2018 में, गाँजा- 7263.5 किलोग्राम, हेरोइन- 3.36 किलोग्राम, चरस- 212.83 किलोग्राम, 2019 में, गाँजा- 8268.55 किलोग्राम, हेरोइन- 800ग्राम, चरस- 33.3 किलोग्राम और 2020 में, गाँजा- 6425.25 किलोग्राम, चरस- 103.9 किलोग्राम, ओपियम-51.40 किलोग्राम नशीले पदार्थ पुलिस ने जब्त किया।
बबलू ने कहा कि शराबबंदी की वजह से बिहार में ड्रग्स का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है। पटना समेत अन्य जिलों में युवा ड्रग्स की ओर रुख कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जी, नशा कारोबारियों पर नकेल कसिए, कहीं बिहार ‘उड़ता बिहार’ न बन जाए।