डीएम, एसएसपी तथा नगर आयुक्त ने नासरीगंज से कंगनघाट तक छठ घाटों का किया निरीक्षण

पटना, (न्यूज़ क्राइम 24) जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री राजीव मिश्रा तथा नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री अनिमेष कुमार पराशर द्वारा आज वरीय पदाधिकारियों के साथ छठ महापर्व, 2024 की तैयारियों एवं व्यवस्था का जायजा लेने के लिए विभिन्न छठ घाटों का निरीक्षण किया गया। भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के आरओ पैक्स वेसेल एमवी स्वामी परमहंस से दीघा पाटीपुल घाट से प्रारंभ कर दानापुर के नासरीगंज घाट होते हुए वापस जेपी गंगा सेतु घाट से पटना सिटी के कंगन घाट तक छोटे-बड़े सभी घाटों का निरीक्षण किया गया तथा तैयारियों का जायजा लिया गया। इसके बाद गायघाट से सड़क मार्ग द्वारा शहर के विभिन्न इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा मार्गों में छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किए जाने वाले व्यवस्था का अवलोकन किया गया। अनुमंडल पदाधिकारियों, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों, सेक्टर पदाधिकारियों, नगर कार्यपालक पदाधिकारियों सहित संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निदेश दिया गया है। विदित हो कि आरओ पैक्स वेसेल एमवी स्वामी परमहंस एक पैसेंजर वेसल है।

10ः15 बजे पूर्वाहन दीघा पाटीपुल घाट से प्रारंभ कर शिवा घाट, रामजीचक नहर घाट, रामजीचक बाटा घाट, जहाज घाट, नारियल घाट, फक्कड़ महतो घाट, नकटा दियारा घाट, नासरीगंज एवं फिर वापस जेपी सेतु पश्चिमी घाट, मीनार घाट, दीघा पोस्ट ऑफिस घाट, जेपी सेतु पूर्वी घाट, गेट नं. 93, गेट नं 88, गेट नं 83 (संत माईकल हाई स्कूल के बगल की गली) घाट, बालुपर घाट, कुर्जी घाट, एलसीटी घाट, राजापुर पुल घाट, पहलवान घाट, कलेक्टोरेट घाट, महेन्द्रू घाट, मिश्री घाट, जजेज घाट-अदालत घाट, काली घाट, कदम घाट, पटना कॉलेज घाट, कृष्णा घाट, गाँधी घाट, गोलकपुर बालू घाट-बरहरवा घाट, पटना लॉ कॉलेज घाट, रानी घाट, गुलबी घाट, बीएनआर घाट, घघा घाट, नरकट घाट, गायघाट होते हुए 12ः30 बजे अपराह्न कंगन घाट तक एक-एक कर सभी घाटों का जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक तथा नगर आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया गया। सभी अधिकारी पुनः कंगन घाट से वेसेल से वापस गायघाट आए। वहां गायघाट, करनाल गंज घाट/जुडिशियल एकेडमी घाट, भद्र घाट सहित अन्य कई घाटों का स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया। इसके बाद जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक तथा नगर आयुक्त ने पटना सिटी एवं पटना सदर अनुमंडल क्षेत्रों में छठ मार्गों पर किए जाने वाले तैयारियों का अवलोकन किया।

यह निरीक्षण 3 घंटे से अधिक समय तक चला। स्टीमर से लगभग 23 किलोमीटर एवं स्थल मार्ग से लगभग 25 किलोमीटर कुल 48 किलोमीटर की दूरी तय की गई। 75 से अधिक घाटों पर की जा रही तैयारियों का जायजा लिया गया।

नगर आयुक्त ने कहा कि नगर कार्यपालक पदाधिकारियों के पर्यवेक्षण में हरएक घाट की मानकों के अनुसार तैयारी की जा रही है।

डीएम डॉ. सिंह, एसएसपी श्री मिश्रा एवं नगर आयुक्त श्री पराशर ने कहा कि 109 प्रमुख घाटों पर 21 सेक्टर पदाधिकारियों तथा सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों के नेतृत्व में डेडिकेटेड टीम द्वारा युद्ध-स्तर पर तैयारी की जा रही है। चेकलिस्ट के अनुसार घाटों को तैयार किया जा रहा है। इसे ससमय कर ली जाएगी।

जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा जिलाधिकारी डॉ. सिंह के संज्ञान में लाया गया कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष गंगा नदी में पानी का स्तर लगभग बराबर है। जल-स्तर भी तेजी से घट रहा है। इस वर्ष 7 नवम्बर को संध्या अर्घ्य के दिन जल-स्तर गाँधी घाट पर लगभग 43 मीटर रहने की संभावना है। विगत वर्ष संध्या अर्घ्य के दिन दिनांक 19 नवम्बर, 2023 को गाँधी घाट पर यह 43.43 मीटर था। वर्ष 2022 में छठ महापर्व के दिन गंगा नदी का जलस्तर गाँधी घाट पर 46.5 मीटर था। गंगा नदी का जलस्तर आज दिनांक 16 अक्टूबर, 2024 को सुबह 06ः00 बजे दीघा घाट पर 47.57 मीटर एवं गाँधी घाट पर 46.49 मीटर था। औसतन 20 सेंटीमीटर प्रतिदिन जलस्तर कम हो रहा है। सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए छठ के समय तक लगभग चार मीटर अर्थात लगभग तेरह फीट जलस्तर कम होने की संभावना है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निदेश दिया कि जलस्तर पर लगातार नज़र रखें। घटने की प्रवृति के अनुसार सभी प्रशासनिक तैयारी सुनिश्चित करें। जिन-जिन घाटों पर कटाव अधिक है उस पर नजर रखें। पक्के घाटों पर से मिट्टी तथा गाद हटाने का निदेश दिया गया है। पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि सभी घाट पर सुरक्षात्मक बैरिकेडिंग एवं साइनेज लगाया जाए। बैरिकेडिंग मानकों के अनुरूप रखना सुनिश्चित करें। सुरक्षा के दृष्टिकोण से नदी के किनारे से 10 फीट की दूरी तक 5 फीट से ज्यादा गहरा पानी नहीं होना चाहिए। अन्य मानकों का भी अनुपालन करते हुए खतरनाक घाटों को चिन्हित कर लाल रंग के कपड़ा से घेर दें ताकि श्रद्धालु उधर न जाएं। सभी घाटों पर बड़े-बड़े अक्षरों में घाटों का नाम एवं वाच टावरों तथा अन्य सुरक्षात्मक संरचनाओं का नम्बरिंग करने का निदेश दिया गया। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ टीम की तैनाती करने के साथ सम्पूर्ण आपदा प्रबंधन तंत्र को 24X7 क्रियाशील रखने का निदेश दिया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए घाटों पर एवं मार्गों में सभी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहेंगी। युद्धस्तर पर सभी तैयारी की जा रही है। पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल, चेंजिंग रूम, व्रतियों के ठहरने हेतु शेड, घाटों के बाहर वाहन पार्किंग की बेहतर सुविधा रहेगी। पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग/ड्रॉप गेट की व्यवस्था रहेगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि स्थानीय पूजा समितियों से निरंतर सम्पर्क एवं संवाद बनाए रखे। उनका फीडबैक भी लें। पदाधिकारियों को सभी घाटों के सम्पर्क पथों पर पैदल चलकर सत्यापन करते हुए सम्पर्क पथों को पूर्णतः अवरोधमुक्त रखने का निदेश दिया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि घाटों के पास एवं सम्पर्क पथ में समुचित संख्या में वाच टावर की स्थापना की जाएगी। घाटों पर नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा। ध्वनि-विस्तारक यंत्र एवं स्थायी तथा अस्थायी सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि घाटों पर जाने के लिए एप्रोच रोड सुचारू एवं अवरोध मुक्त रहेगा। घाटों पर उत्कृष्ट सफाई एवं प्रकाश-व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। नगर निगम द्वारा सभी वार्डों में स्ट्रीट लाईट क्रियाशील रखा जाएगा। इसके लिए विशेष टीम तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा घाटों के आस-पास एवं सम्पर्क पथ में अवस्थित विद्युत तारों को व्यवस्थित रखा जाएगा। सभी छठ घाटों पर विद्युत कर्मियों एवं तकनीशियनों की टीम तैनात रहेगी।

जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि छठ महापर्व, 2024 के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग एवं तत्पर रहें।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, पटना श्री समीर सौरभ; निदेशक, इन्लैंड वाटरवेज अथॉरिटी; अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर, दानापुर, पटना सिटी; अपर नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, अपर जिला दंडाधिकारी, विधि-व्यवस्था, अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग एवं अन्य भी उपस्थित थे।

डीपीआरओ, पटना। पाटीपुल घाट से प्रारंभ कर दानापुर के नासरीगंज घाट होते हुए वापस जेपी गंगा सेतु घाट से पटना सिटी के कंगन घाट तक छोटे-बड़े सभी घाटों का निरीक्षण किया गया तथा तैयारियों का जायजा लिया गया। इसके बाद गायघाट से सड़क मार्ग द्वारा शहर के विभिन्न इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा मार्गों में छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए किए जाने वाले व्यवस्था का अवलोकन किया गया। अनुमंडल पदाधिकारियों, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों, सेक्टर पदाधिकारियों, नगर कार्यपालक पदाधिकारियों सहित संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निदेश दिया गया है।

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विदित हो कि आरओ पैक्स वेसेल एमवी स्वामी परमहंस एक पैसेंजर वेसल है।

10ः15 बजे पूर्वाहन दीघा पाटीपुल घाट से प्रारंभ कर शिवा घाट, रामजीचक नहर घाट, रामजीचक बाटा घाट, जहाज घाट, नारियल घाट, फक्कड़ महतो घाट, नकटा दियारा घाट, नासरीगंज एवं फिर वापस जेपी सेतु पश्चिमी घाट, मीनार घाट, दीघा पोस्ट ऑफिस घाट, जेपी सेतु पूर्वी घाट, गेट नं. 93, गेट नं 88, गेट नं 83 (संत माईकल हाई स्कूल के बगल की गली) घाट, बालुपर घाट, कुर्जी घाट, एलसीटी घाट, राजापुर पुल घाट, पहलवान घाट, कलेक्टोरेट घाट, महेन्द्रू घाट, मिश्री घाट, जजेज घाट-अदालत घाट, काली घाट, कदम घाट, पटना कॉलेज घाट, कृष्णा घाट, गाँधी घाट, गोलकपुर बालू घाट-बरहरवा घाट, पटना लॉ कॉलेज घाट, रानी घाट, गुलबी घाट, बीएनआर घाट, घघा घाट, नरकट घाट, गायघाट होते हुए 12ः30 बजे अपराह्न कंगन घाट तक एक-एक कर सभी घाटों का जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक तथा नगर आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया गया। सभी अधिकारी पुनः कंगन घाट से वेसेल से वापस गायघाट आए। वहां गायघाट, करनाल गंज घाट/जुडिशियल एकेडमी घाट, भद्र घाट सहित अन्य कई घाटों का स्थलीय निरीक्षण किया गया तथा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया। इसके बाद जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक तथा नगर आयुक्त ने पटना सिटी एवं पटना सदर अनुमंडल क्षेत्रों में छठ मार्गों पर किए जाने वाले तैयारियों का अवलोकन किया।

यह निरीक्षण 3 घंटे से अधिक समय तक चला। स्टीमर से लगभग 23 किलोमीटर एवं स्थल मार्ग से लगभग 25 किलोमीटर कुल 48 किलोमीटर की दूरी तय की गई। 75 से अधिक घाटों पर की जा रही तैयारियों का जायजा लिया गया।

नगर आयुक्त ने कहा कि नगर कार्यपालक पदाधिकारियों के पर्यवेक्षण में हरएक घाट की मानकों के अनुसार तैयारी की जा रही है।

डीएम डॉ. सिंह, एसएसपी श्री मिश्रा एवं नगर आयुक्त श्री पराशर ने कहा कि 109 प्रमुख घाटों पर 21 सेक्टर पदाधिकारियों तथा सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों के नेतृत्व में डेडिकेटेड टीम द्वारा युद्ध-स्तर पर तैयारी की जा रही है। चेकलिस्ट के अनुसार घाटों को तैयार किया जा रहा है। इसे ससमय कर ली जाएगी।

जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा जिलाधिकारी डॉ. सिंह के संज्ञान में लाया गया कि विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष गंगा नदी में पानी का स्तर लगभग बराबर है। जल-स्तर भी तेजी से घट रहा है। इस वर्ष 7 नवम्बर को संध्या अर्घ्य के दिन जल-स्तर गाँधी घाट पर लगभग 43 मीटर रहने की संभावना है। विगत वर्ष संध्या अर्घ्य के दिन दिनांक 19 नवम्बर, 2023 को गाँधी घाट पर यह 43.43 मीटर था। वर्ष 2022 में छठ महापर्व के दिन गंगा नदी का जलस्तर गाँधी घाट पर 46.5 मीटर था। गंगा नदी का जलस्तर आज दिनांक 16 अक्टूबर, 2024 को सुबह 06ः00 बजे दीघा घाट पर 47.57 मीटर एवं गाँधी घाट पर 46.49 मीटर था। औसतन 20 सेंटीमीटर प्रतिदिन जलस्तर कम हो रहा है। सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए छठ के समय तक लगभग चार मीटर अर्थात लगभग तेरह फीट जलस्तर कम होने की संभावना है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निदेश दिया कि जलस्तर पर लगातार नज़र रखें। घटने की प्रवृति के अनुसार सभी प्रशासनिक तैयारी सुनिश्चित करें। जिन-जिन घाटों पर कटाव अधिक है उस पर नजर रखें। पक्के घाटों पर से मिट्टी तथा गाद हटाने का निदेश दिया गया है। पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि सभी घाट पर सुरक्षात्मक बैरिकेडिंग एवं साइनेज लगाया जाए। बैरिकेडिंग मानकों के अनुरूप रखना सुनिश्चित करें। सुरक्षा के दृष्टिकोण से नदी के किनारे से 10 फीट की दूरी तक 5 फीट से ज्यादा गहरा पानी नहीं होना चाहिए। अन्य मानकों का भी अनुपालन करते हुए खतरनाक घाटों को चिन्हित कर लाल रंग के कपड़ा से घेर दें ताकि श्रद्धालु उधर न जाएं। सभी घाटों पर बड़े-बड़े अक्षरों में घाटों का नाम एवं वाच टावरों तथा अन्य सुरक्षात्मक संरचनाओं का नम्बरिंग करने का निदेश दिया गया। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ टीम की तैनाती करने के साथ सम्पूर्ण आपदा प्रबंधन तंत्र को 24X7 क्रियाशील रखने का निदेश दिया गया।

जिलाधिकारी ने कहा कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए घाटों पर एवं मार्गों में सभी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध रहेंगी। युद्धस्तर पर सभी तैयारी की जा रही है। पुरूष एवं महिला के लिए अलग-अलग शौचालय, स्वच्छ पेयजल, चेंजिंग रूम, व्रतियों के ठहरने हेतु शेड, घाटों के बाहर वाहन पार्किंग की बेहतर सुविधा रहेगी। पार्किंग स्थल पर बैरिकेडिंग/ड्रॉप गेट की व्यवस्था रहेगी।

जिलाधिकारी ने कहा कि पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि स्थानीय पूजा समितियों से निरंतर सम्पर्क एवं संवाद बनाए रखे। उनका फीडबैक भी लें। पदाधिकारियों को सभी घाटों के सम्पर्क पथों पर पैदल चलकर सत्यापन करते हुए सम्पर्क पथों को पूर्णतः अवरोधमुक्त रखने का निदेश दिया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि घाटों के पास एवं सम्पर्क पथ में समुचित संख्या में वाच टावर की स्थापना की जाएगी। घाटों पर नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा। ध्वनि-विस्तारक यंत्र एवं स्थायी तथा अस्थायी सीसीटीवी कैमरा का अधिष्ठापन किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि घाटों पर जाने के लिए एप्रोच रोड सुचारू एवं अवरोध मुक्त रहेगा। घाटों पर उत्कृष्ट सफाई एवं प्रकाश-व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। नगर निगम द्वारा सभी वार्डों में स्ट्रीट लाईट क्रियाशील रखा जाएगा। इसके लिए विशेष टीम तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा घाटों के आस-पास एवं सम्पर्क पथ में अवस्थित विद्युत तारों को व्यवस्थित रखा जाएगा। सभी छठ घाटों पर विद्युत कर्मियों एवं तकनीशियनों की टीम तैनात रहेगी।

जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि छठ महापर्व, 2024 के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। उत्कृष्ट भीड़-प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा-व्यवस्था एवं सुचारू यातायात प्रबंधन के लिए सभी पदाधिकारी सजग एवं तत्पर रहें।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, पटना श्री समीर सौरभ; निदेशक, इन्लैंड वाटरवेज अथॉरिटी; अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर, दानापुर, पटना सिटी; अपर नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन, अपर जिला दंडाधिकारी, विधि-व्यवस्था, अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग एवं अन्य भी उपस्थित थे।

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