मिथिला सीमांचल को पूर्ण प्रदेश बनाने की मांग, नूर हिंदुस्तानी ने किया जन आंदोलन का ऐलान

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&NewLine;<p><&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p><strong>पटना&sol;फुलवारी&comma; अजित।<&sol;strong> मिथिला सीमांचल स्टेट मुक्ती आंदोलन फ्रंट महासंघ की बैठक पटना में आयोजित हुई&comma; जिसमें राष्ट्रीय संयोजक और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता नूर हिंदुस्तानी ने हिस्सा लिया&period; बैठक में कहा गया कि आज़ादी के 75 साल बाद भी मिथिला सीमांचल विकास और अधिकार से वंचित है&period;बाढ़&comma; बेरोजगारी&comma; पलायन और गांवों के उजड़ने की समस्या लगातार बनी हुई है।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>नूर हिंदुस्तानी ने घोषणा की कि मिथिला सीमांचल को अलग प्रदेश बनाने की मांग को लेकर जन आंदोलन शुरू किया जा रहा है&period; इसके लिए मिथिला सीमांचल स्टेट मुक्ती आंदोलन फ्रंट का गठन किया गया है और नूर हिंदुस्तानी को इसका राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है&period;आंदोलन की शुरुआत पटना की सड़कों से की गई है&comma; जो आगे बिहार&comma; मिथिला सीमांचल और देशभर में फैलेगा।<&sol;p>&NewLine;&NewLine;&NewLine;&NewLine;<p>संगठन ने बिहार सरकार से मांग की है कि वह तुरंत केंद्र को सीमांचल को अलग प्रदेश बनाए जाने की अनुशंसा करे&period; वहीं&comma; सांसद पप्पू यादव और कन्हैया कुमार के अपमान को लेकर तेजस्वी यादव से स्पष्टीकरण और अपने सांसद पर कार्रवाई की मांग की गई है&period; कार्रवाई नहीं होने पर राघोपुर से चुनाव लड़ने की तैयारी का एलान किया गया है। नूर हिंदुस्तानी ने कहा कि आंदोलन से जुड़ने वालों को भविष्य में योग्यता के अनुसार नौकरी और पेंशन दी जाएगी&comma; और जो पहले जुड़ेंगे उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।<&sol;p>&NewLine;

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