अँचरा पंचायत सरकार भवन करोड़ो की लागत से बने उद्घाटन से पहले जीर्णशीर्ण

अररिया(रंजीत ठाकुर): नरपतगंज  प्रखंड क्षेत्र के अंचरा पंचायत अंतर्गत करोड़ों की लागत से सात बर्ष पूर्व निर्मित पंचायत सरकार भवन उद्घाटन से पहले ही जीर्णशीर्ण हो चुका है. सरकार भवन का उद्घाटन व चालू नहीं होने के चलते कुछ परिवारों के द्वारा भवन को कब्जा भी कर लिया गया है. संवाददाता के द्वारा समाचार संकलन के दौरान देखा गया कि एक रूम में एक परिवार के लोग रूम का ताला तोड़कर अंदर में वर्षों से रह रहे हैं. जबकि पंचायत सरकार भवन का निर्माण बर्ष 2014 -15 में ही तत्कालीन मुखिया के द्वारा किया गया लेकिन विडंबना यह है कि भवन बनने के बाद ना तो अब तक उद्घाटन हुआ और ना ही इसमें एक भी दिन पंचायत से संबंधित किसी प्रकार का कार्य को निष्पादित किया गया है. जबकि राज्य सरकार के द्वारा प्रत्येक पंचायत में एक करोड़ से अधिक की लागत से पंचायत सरकार भवन निर्माण के लिए राशि मुहैया कराई गई. वहीं भवन में टाइल्स,खिड़की का शीशा,विद्युत बोर्ड , तार व अन्य सामग्री तोड़ कर चोर चुरा ले गए हैं। भवन के अंदर मानव व जानवर के मल मुत्रों से पटा दिखा, मानों शौचालय बना है।

ग्रामीण श्याम यादव ने कहा लगभग सरकार भवन को बने 7 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन अब तक   उद्घाटन नहीं हुआ है,और ना ही किसी पदाधिकारी ने आकर इस करोड़ों की लागत से बने भवन का जायजा लिया।

ग्रामीण विनोद यादव ने बताया कि भवन निर्माण कार्य में भारी घोटाला पदाधिकारियों के मिलीभगत से किया गया है। इसी कारण आज तक भवन का उद्घाटन तक नहीं हुआ। इस भवन  का उच्च स्तरीय जांच होने की आवश्यकता है।

क्या कहते हैं बीडीओ नरपतगंज जानिए-

 प्रखंड विकास पदाधिकारी नरपतगंज रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि मेरे कार्यकाल से पूर्व का बना है,सरकार भवन। इस संदर्भ में मुझे कोई जानकारी नहीं है कि पंचायत को भवन सुपुर्द किया गया या नहीं इसके लिए प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी या पंचायत सचिव अचरा से संपर्क करें। आश्चर्य की बात है? की लगभग वर्तमान प्रखंड विकास पदाधिकारी का कार्यकाल 2 वर्ष से अधिक होने जा रहा है लेकिन प्रखंड क्षेत्र में किस-किस पंचायत में सरकार भवन बना है और चालू  है या नहीं यह जानकारी उनके पास नहीं है।

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क्या कहते हैं- बी.पी.आर.ओ.  विरेंद्र कुमार दास, नरपतगंज– प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी नरपतगंज विरेंद्र कुमार दास बताते हैं कि पंचायत सचिव बता हैं कि कार्यपालक  कभी-कभी सरकार भवन जाते हैं, जबकि स्थानीय ग्रामीणों की माने तो निर्माण के बाद से आज तक सरकार भवन में किसी पंचायत कर्मी से लेकर किसी पदाधिकारी ने भवन के तरफ देखा भी नहीं है।

 यहां तक की भवन पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कहीं ना कहीं पदाधिकारियों के द्वारा भ्रमित किया जा रहा है।

क्या कहते हैं-अनुमंडल पदाधिकारी फारबिसगंज- फारबिसगंज अनुमंडल पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार अलबेला ने बताया कि आपके द्वारा जानकारी प्राप्त हुई है प्रखंड विकास पदाधिकारी नरपतगंज से जानकारी लेते हैं जो भी दोषी होंगे जांच कर कार्यवाही होगी।

 सरकार भवन को चालू नहीं होने से लोगों को जाति,आय,निवास, पेंशन योजना, आवास योजना, राशन कार्ड आदि पंचायत से जुड़े कार्यों के ऑनलाइन लिए नरपतगंज प्रखंड कार्यालय में चक्कर लगाना पड़ता है,लेकिन इस ओर किसी पदाधिकारी या जनप्रतिनिधि का ध्यान नहीं है।

कुल मिलाकर देखा जाए तो विकास के नाम पर सरकारी राशि का किया जा रहा है दुरुपयोग। सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के नाम पर लाखों करोड़ों रुपये खर्च करने की बात कहती है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सिर्फ निराशा ही मिलता है। कागजों पर ही सिमट कर रह जाता है विकास, जिसका जीता जागता उदाहरण सामने है।

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